रायपुर| प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने आज एक बयान जारी करते हुए भाजपा द्वारा केंद्रीय संसदीय दल में छत्तीसगढ़ के किसी नेता को जगह ना देने पर इसे छत्तीसगढ़ को उपेक्षित बताया है। शुक्ला ने कहा कि भाजपा संसदीय दल में छग के किसी नेता को शामिल नही करके भाजपा नेतृत्व ने राज्य के नेताओ पर अविश्वास जताया है, उनकी योग्यता पर भी सवाल खड़ा किया है। जबकि राज्य में रास्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह हैं, केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह है, नन्दकुमार साय, सरोज पांडे जैसे अनेक नेता है किसी को भी लिया जा सकता था, यह छग की उपेक्षा है। शुक्ला के सवाल पर भाजपा नेता गौरीशंकर श्रीवास ने पलटवार करते हुए कहा कि सुशील आनंद शुक्ला बताए कि टीएस सिहदेव को मंत्रिमंडल से हटाने की सिफ़ारिश वाले विधायकों के हस्ताक्षर वाली चिट्ठी कहा गुम हो गयी क्या पीएल पुनिया ने खेला कर दिया? प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने अपने बयान में कहा कि भाजयुमो का छग में बेरोजगारी को लेकर प्रदर्शन बेशर्मी की पराकाष्ठा है। जिस प्रदेश की बेरोजगारी दर देश मे सबसे कम है वहाँ बेरोजगारी को लेकर प्रदर्शन कर रहे। वास्तव में बेरोजगारों की चिंता है तो प्रधानमंत्री आवास के घेराव का साहस दिखाएं। मोदी ने वायदा किया था हर साल 2 करोड़ नौकरी देंगे, अभी तक 47 करोड़ युवाओं को रोजगार मिलना था, नही दे सके। वही भाजपा नेता गौरी शंकर श्रीवास ने पलटवार करते हुआ पीसीसी से बड़ा सवाल दागते हुए पूछा सुशील आनंद शुक्ला बताए कि टीएस सिहदेव को मंत्रिमंडल से हटाने की सिफ़ारिश वाले विधायकों के हस्ताक्षर वाली चिट्ठी कहा गुम हो गयी क्या पीएल पुनिया ने खेला कर दिया? वही एआईसीसी द्वारा छत्तीसगढ़ को केंद्रित करके बनाई गयी राजनीति समिति में टीएस सिहदेव क़द्दावर नजर आ रहे है जबकि उस समिति के पूर्व सदस्य मंत्री मो अकबर और रविंद्र चौबे नदारत क्यो है? क्या विधायकों की गुम हुई चिट्ठी को खोजने राज्य की भूपेश सरकार एसआईटी का गठन करेगी??