नई
दिल्ली : गुजरात पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एडिटेड वीडियो में बड़ी
कार्रवाई की है। अहमदाबाद साइबर क्राइम टीम ने फेक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर
करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक कांग्रेस विधायक जिग्नेश
मेवाणी के पर्सनल असिस्टेंट सतीश और दूसरा आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता शामिल हैं।
एससी/एसटी, ओबीसी आरक्षण को लेकर अमित शाह के पुराने वीडियो को काट-छांटकर खास एजेंडे
के तहत सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था।
फेसबुक पर वीडियो किया था शेयर
अहमदाबाद
में जोन-1 की डीसीपी लवीना सिन्हा ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एडिटेड
वीडियो 2 फेसबुक प्रोफाइल से सोशल मीडिया पर शेयर किया गया
था। इस संबंध में धारा 505 ए, 1 बी,
469, 153 ए और आईटी अधिनियम के तहत एक केस दर्ज किया गया था। एक
फेसबुक प्रोफाइल सतीश वंसोला के नाम से थी और दूसरी प्रोफाइल आरबी बारिया के नाम
से थी। हमने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जिग्नेश
बोले- सतीश मेरे भाई जैसा
सतीश वंसोला के
बचाव में जिग्नेश मेवाणी उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि मैं अपने जीवन में कभी भी
फर्जी वीडियो या फर्जी प्रचार का समर्थक नहीं हो सकता। मैं ऐसे सभी कार्यों की
निंदा करता हूं। लेकिन चुनाव के दौरान किसी को भी चुनिंदा रूप से निशाना नहीं
बनाया जाना चाहिए। सतीश मेरे भाई की तरह हैं और मैं मुझे उसके जैसा दोस्त होने पर
गर्व है। लेकिन वह ऐसा व्यक्ति नहीं है जो जानबूझकर बुरे इरादों के साथ कुछ भी
करता हो। मैं उसे 6 साल
से करीब से जानता हूं।
शाह का
आरोप- कांग्रेस फैला रही फर्जी वीडियो
अमित शाह ने
मंगलवार को असम के गुवाहाटी में रियल और फेक दोनों वीडियो मीडिया के सामने प्ले किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस झूठ फैलाकर जनता के बीच भ्रम फैलाना चाहती है।
भाजपा हमेशा एससी, एसटी और
ओबीसी आरक्षण का समर्थक रही है। हम धर्म के आधार पर आरक्षण के खिलाफ थे और हैं। जब
भी हमारी सरकार धर्म के नाम पर थोपे गए आरक्षण वाले राज्यों में आएगी तो हम
पिछड़ों को उनका हक दिलाएंगे। ये मोदी की गारंटी है।