भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि
गौ-माता में 33 करोड़ देवी देवताओं का वास है। जो भी गोवंश
का पालन करे वही गोपाल है, जिसके घर में गाय का कुल वह घर
गोकुल है। अतः प्रत्येक व्यक्ति और परिवार को घर में गोपालन के लिए पहल करना
चाहिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बिना धर्म, भाषा,
जाति और क्षेत्र के भेदभाव के हमें गौ-पालन को प्रोत्साहित करना है।
परंपरागत रूप से भी भारत में सभी धर्म और जाति के लोग गौ-पालन करते हैं और यही
हमारी सामाजिक समरसता का प्रतीक है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव भोपाल के ग्राम बरखेड़ी
डोब में 10 हजार गायों की क्षमता वाली हाईटेक गौ-शाला के
भूमि-पूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि भोपाल जिले के बरखेड़ी
डोब ग्राम में 25 एकड़ क्षेत्र में 15 करोड़
रूपए की लागत से गौ-शाला का निर्माण होने जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने
हाईटेक गौ-शाला भूमि-पूजन स्थल पहुंचने पर सर्वप्रथम गौ-माता को दुलार कर नमन किया
तथा उन्हें आहार सामग्री अर्पित की। इस अवसर पर प्रदेश में गोवंश संरक्षण और दुग्ध
उत्पादन में वृद्धि के लिए संचालित गतिविधियों पर लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
मुख्यमंत्री डॉ.
यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। खेल एवं युवा कल्याण
मंत्री श्री विश्वास सारंग, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती
कृष्णा गौर, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री (स्वतंत्र
प्रभार) श्री लखन पटेल, सांसद श्री आलोक शर्मा, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा, महापौर श्रीमती मालती
राय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रामकुंवर नौरंग सिंह
गुर्जर सहित जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
बदलती जीवनशैली में निरंतर बढ़ रहा है गौ-शालाओं का महत्व
मुख्यमंत्री डॉ.
यादव ने कहा कि विश्व के अधिकांश देशों में दुग्ध की आपूर्ति गौ-माता ही करती हैं।
सनातन संस्कृति में गौ-माता का महत्व इससे स्पष्ट हो जाता है कि मानव जीवन की
पूर्णता के लिये गौ-दान आवश्यक बताया गया है। बदलती जीवनशैली में गौ-शालाओं का
महत्व निरंतर बढ़ रहा है। इसे देखते हुए राज्य शासन द्वारा विशाला गौ-शाला स्थापित
करने की दिशा में सक्रियता से कार्य किया जा रहा है, वर्तमान वर्ष में अब तक 300 गौ-शालाओं
का पंजीयन हुआ है। विभिन्न सामाजिक संगठन भी गौ-शाला संचालन में पहल कर रहे हैं। गौ-पालन
परिवारों के आर्थिक सशक्तिकरण के साथ परिवार को पोषक खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने
में भी सहायक है। अत: घर-घर बछिया उपलब्ध कराकर दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित किया
जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार शीघ्र ही दुग्ध उत्पादन पर
बोनस देने की व्यवस्था कर रही है। वर्तमान में मध्यप्रदेश, देश
के कुल दुग्ध उत्पादन में 9 प्रतिशत का योगदान देता है। इसे
अगले पाँच वर्ष में 20 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य है।
सूखी सेवनिया रोड को फोरलेन किया जाएगा
मुख्यमंत्री डॉ.
यादव ने शासकीय विद्यालय सूखी सेवनिया को सीएम राइज विद्यालय बनाने और सूखी
सेवनिया रोड को विभागीय मद अनुसार फोरलेन बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि
बरखेड़ी डोब क्षेत्र को औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित कर रोजगार के अवसर
उपलब्ध कराए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय
के माध्यम से गौ-माता से संबंधित डिग्री-डिप्लोमा कोर्स आरंभ किया जाएगा।
स्वामी श्री
अच्युतानंद जी महाराज ने गौ-संरक्षण एवं गौ-संवर्धन के क्षेत्र में मध्य प्रदेश
सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन
यादव ने सरकार गठन के बाद अभी तक के अल्प समय में प्रदेश में लगभग 50 हजार गायों के पालन-पोषण की व्यवस्था की है
और प्रदेश की लाखों गायों की देखभाल का संकल्प लिया है। मध्यप्रदेश सरकार इस वर्ष
को गौ-संवर्धन वर्ष के रूप में मना रही है। आज यहां गोलोक धाम की स्थापना इसी कड़ी
में एक सार्थक प्रयास है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के इस प्रयास के लिए सभी महात्मा,
सभी ऋषिगण उन्हें कोटि-कोटि धन्यवाद और आशीर्वाद देते हैं। गौ-माता
का पालन-पोषण हम सभी सनातनियों का दायित्व है। हमें इस प्रकार के प्रयास करने
चाहिएं कि हर घर में एक गाय रहे। गौ-माता के बिना घर सूना होता है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव प्रदेश के समग्र विकास को समर्पित
विधायक श्री
रामेश्वर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार
महिलाओं, युवा,
किसानों, मजदूर, वरिष्ठ
जन के कल्याण के लिए समर्पित है। राज्य सरकार द्वारा गौ-वंश के संरक्षण के लिए
व्यापक स्तर पर गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव अधोसंरचना
विकास, शिक्षा, चिकित्सा सहित प्रदेश
के समग्र विकास के लिए सक्रिय हैं। पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री (स्वतंत्र
प्रभार) श्री लखन पटेल ने आभार व्यक्त किया।
गौ-वंश को कन्वेयर बेल्ट से मिलेगा आहार और सीसीटीवी से होगी
मॉनीटरिंग
उल्लेखनीय है कि
मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश में वर्तमान वर्ष (चैत्र माह से
फाल्गुन माह तक) गौ-संरक्षण एवं गौ-संवर्धन वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। इसी
को दृष्टिगत रखते हुए भोपाल के बरखेड़ी डोब में 10 हजार गायों की क्षमता वाली अत्याधुनिक गौ-शाला के निर्माण
के लिये शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भूमि-पूजन किया है।
इसमें गायों के
आधुनिक तरीके से रख-रखाव के साथ उनके उपचार के लिए सभी संसाधनों से युक्त चिकित्सा
वार्ड का निर्माण भी किया जाएगा।
गौ-शाला में
सीसी टीवी के माध्यम से निरंतर मॉनीटरिंग की व्यवस्था रहेगी।
लगभग 15 करोड रुपए की लागत की गौ-शाला का निर्माण
ग्रामीण यांत्रिकी विभाग द्वारा कराया जाएगा। नगर निगम एवं पशुपालन विभाग नोडल
एजेंसी होंगे। गौ-शाला को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और जिला पंचायत द्वारा वित्त
पोषण किया जाएगा। गौ-शाला का संचालन नगर निगम द्वारा किया जाएगा।
गौ-शाला का
निर्माण 3 चरणों
में होगा। प्रथम चरण में लगभग 2000 पशु क्षमता का निर्माण
किया जाएगा।
इस अत्याधुनिक
गौ-शाला में गायों को भूसा, हरा घास, पशु आहार आदि कन्वेयर बेल्ट के माध्यम से
पहुंचाया जाएगा।
गौ-शाला में
गायों के गोबर एवं मूत्र आदि से विभिन्न सामग्री तैयार की जाएगी और जैविक खाद
निर्माण के लिए संयंत्र भी लगाया जाएगा।
गौ-शाला में
रहने वाले पशुओं एवं सड़कों पर घायल एवं बीमार होने वाले पशुओं के उपचार के लिए
चिकित्सा वार्ड भी बनाया जा रहा है।