छतरपुर : मध्य प्रदेश के छतरपुर में 77 साल के बुजुर्ग को पीटने और बदसलूकी के मामले में राज्य सरकार ने डॉ राजेश
मिश्रा को सस्पेंड कर दिया है. वहीं जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन जीएल अहिरवार
का अस्पताल पर नियंत्रण ना होने के लिए लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा
संचालनालय ने उन्हें पद से निलंबित कर दिया है.
छतरपुर जिले के नौगांव पुलिस थाने में जीरो FIR दर्ज की गई थी. इसके बाद इसे कोतवाली पुलिस थाने भेज दिया गया था. जिला
अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर राजेश मिश्रा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता के तहत
मारपीट के मामले में धारा 115(2,), धारा 296 (3)(5) और धारा 351(3) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था.
क्या है पूरा मामला?
पूरा मामला 17
अप्रैल सुबह 11.30 बजे का है. 77 साल के बुजुर्ग उद्धव सिंह जोशी अपनी पत्नी का इलाज करवाने जिला सरकारी
अस्पताल पहुंचे थे. यहां वे ओपीडी पहुंचे इसके बाद अस्पताल के 14 नंबर कमरे में पहुंचे. जहां डॉक्टर राजेश मिश्रा से बुजुर्ग की लाइन में
खड़े होने और भीड़ बढ़ाने को लेकर बहस हो गई. इस पर पहले तो डॉक्टर ने वृद्ध व्यक्ति
को थप्पड़ मारे फिर इसके बाद उसे जमीन पर पटक दिया. खसीटकर ले गए और पुलिस चौकी
में फेंक आए. बुजुर्ग का चश्मा भी तोड़ दिया.
बुजुर्ग ने सुनाई आपबीती
बुजुर्ग उधव सिंह जोशी ने बताया कि
उनकी पत्नी को कई दिनों से पेट में दर्द की समस्या से परेशान थीं. इसके लिए वे
लाइन में लगे थे. तभी डॉक्टर आया और भीड़ अधिक होने के कारण पूछने लगा कि लाइन में
क्यों लगे हो. बातचीत के दौरान उनको कोई पसंद नहीं आई और उन्होंने थप्पड़ मारे और
पटककर पीटा.