रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु
देव साय की अगुवाई में प्रदेश में सुशासन तिहार की शुरुआत की गई है,
जो कि सरकार की लोक-कल्याणकारी नीतियों और योजनाओं की व्यापक सफलता
का प्रतीक बन चुका है। इस तिहार का उद्देश्य है आम जनता तक सरकारी योजनाओं का सीधा
लाभ पहुँचाना और उन्हें सशक्त बनाना। वास्तव में निराकरण से जनता के दिलों में
खुशियों की बयार बहने लगी है। जनता से सरोकार और संवाद करने वाली सरकार जनता की
हितों के लिए उनके द्वारा दिए गए आवेदनों का गम्भीरता से निराकरण कर रही है,
जिसका असर दिखाई दे रहा है।
महासमुंद जिले के
पिथौरा विकासखण्ड की ग्राम पंचायत अमलीडीह के आश्रित ग्राम पतेरापाली की निवासी
श्रीमती युगेश्वरी ध्रुव ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पक्के मकान के लिए
सुशासन तिहार के दौरान आवेदन प्रस्तुत किया। उनकी इस आवश्यक मांग को प्रशासन ने
प्राथमिकता से संज्ञान में लिया। “मोर द्वार साय सरकार“
अभियान के तहत जिले की टीम तुरंत उनके घर पहुँची। त्वरित सर्वेक्षण
के बाद यह स्पष्ट हुआ कि वे योजना की पात्र हैं। उनका नाम आवास प्लस सर्वे 2.0
में दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही उनके मकान का निर्माण शुरू हो
जाएगा।
वर्षों से एक पक्के घर का सपना संजोए
बैठी श्रीमती ध्रुव की आंखों में अब उम्मीद की चमक है। वह सपना,
जो कभी दूर और धुंधला लगता था, अब सरकार की
पहल से एक नई सुबह की तरह उनके जीवन में उजाला भरने को तैयार है। अब वह दिन दूर
नहीं जब उनका आशियाना केवल एक कल्पना नहीं, बल्कि जीती-जागती
सच्चाई होगा। गौरतलब है कि सुशासन तिहार के माध्यम से शासन की योजनाओं को जन-जन तक
पहुंचाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आम जनता
की समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासन पूरी सजगता और तत्परता से कार्य कर रहा है।
दीपा को मिलेगा
मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण का लाभ
इसी बीच सुशासन तिहार 2025
के दौरान आयोजित एक शिविर में महासमुंद के वार्ड नं. 25 कुम्हार पारा की रहने वाली कु. दीपा साहू ने मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण
सहायता योजना के तहत आवेदन किया। आवेदन क्रमांक 25270180824120 के माध्यम से उनकी पात्रता की जांच की गई और वे इस योजना के लिए पात्र पाई
गईं। जिले के श्रम पदाधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही इस विशेष
योजना के अंतर्गत दीपा को 20,000 रुपए की आर्थिक सहायता
प्रदान की जा रही है, जो 01 मई 2025
को सीधे उनके बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर की जाएगी।
इस सहायता से अब दीपा अपनी आगे की पढ़ाई जारी रख पाएंगी। उनका सपना है कि वे शिक्षा
के क्षेत्र में आगे बढ़ें और भविष्य में एक प्रेरणादायक शिक्षिका बनें ताकि वे और
भी बेटियों को शिक्षा के महत्व से जोड़ सकें।