रायपुर। छत्तीसगढ़ के सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की भर्ती की जा रही है। इस बात की जानकारी प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को दी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 27 अप्रैल 2022 को निवास कार्यालय पर स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा की।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 30 वर्षों के बाद विशेषज्ञ चिकित्सकों की भर्ती की जा रही है। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों के 641 पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है। वर्ष 2020 में पदोन्नति के माध्यम से 213 विशेषज्ञ चिकित्सक नियुक्त किए गए थे। पदोन्नति के जरिए अभी 240 और विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति प्रक्रियाधीन है। चिकित्सा सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए जनवरी-2019 के बाद से अब तक 1820 चिकित्सा अधिकारियों और 558 स्टॉफ नर्सों की भर्ती की गई है। साथ ही 509 एमबीबीएस अनुबंधित डॉक्टर भी विभिन्न सरकारी अस्पतालों में सेवाएं दे रहे हैं।
राजपत्रित पदों पर छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग तथा अराजपत्रित पदों पर विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड व व्यापमं के माध्यम से भर्ती प्रक्रियाधीन है। चंदूलाल चन्द्राकर स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के अधिग्रहण के लिए भूमि, भवन और वाहनों का मूल्यांकन कर लिया गया है। राज्य शासन द्वारा इसके लिए 1041 पदों के सेट-अप की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसमें महाविद्यालय के लिए 425 और संबद्ध अस्पताल के लिए 616 पद शामिल हैं।
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी और डॉ. एस. भारतीदासन, उप सचिव सुश्री सौम्या चौरसिया, स्वास्थ्य विभाग की सचिव श्रीमती शहला निगार, आयुक्त डॉ. सी.आर. प्रसन्ना, स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक नीरज बंसोड़, चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक डॉ. विष्णु दत्त, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला और सीजीएमएससी के प्रबंध संचालक अभिजीत सिंह बैठक में उपस्थित थे।