रायपुर| छत्तीसगढ़ में एक्सट्रीमली हैवी बरसात का रेड
अलर्ट जारी हुआ है। यह अलर्ट बस्तर संभाग के बीजापुर और नारायणपुर जिलों के लिए
है। इसके साथ ही पिछले एक सप्ताह से भारी बरसात से जूझ रहे बीजापुर जिले में बाढ़
का खतरा बढ़ गया है। बस्तर संभाग के ही सुकमा, दंतेवाड़ा, कोण्डागांव, बस्तर और रायपुर संभाग के महासमुंद में भी भारी
से अति भारी बरसात का आरेंज अलर्ट है।
मौसम विभाग की ओर से
सोमवार शाम नई चेतावनी जारी की गई। इसके मुताबिक अगले 24
घंटों में बीजापुर
और नारायणपुर जिलों में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ अति भारी से चरम भारी बरसात
की संभावना है। इन स्थानों पर वज्रपात की भी संभावना जताई जा रही है। इस रेड अलर्ट
के जरिए मौसम विभाग ने राहत आयुक्त को अति सतर्कता बरतने और आवश्यक कार्रवाई की
सिफारिश की है। सुकमा, दंतेवाड़ा, कोण्डागांव, बस्तर और महासमुंद जिलों में आरेंज अलर्ट के जरिए एक-दो स्थानों पर
भारी से अति भारी बरसात की संभावना जताई गई है। रायपुर,
बलौदा बाजार,
गरियाबंद,
धमतरी,
राजनांदगांव और
कांकेर जिलों में गरज-चमक के साथ भारी वर्षा और व्रजपात की संभावना जताई जा रही
है। इन जिलों के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।
मौसम विज्ञानियों के
मुताबिक एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में ओडिशा के ऊपर
स्थित है। इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा 7.6
किलोमीटर ऊंचाई तक
विस्तारित है। मानसून द्रोणिका जैसलमेर, कोटा, गुना, जबलपुर, पेंड्रा रोड, बलांगीर, निम्न दाब का केंद्र होते हुए दक्षिण-पूर्व की ओर
पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके प्रभाव से 12
जुलाई को प्रदेश में
अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने तथा गरज-चमक के साथ छीटें पड़ने की
संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी से अति भारी वर्षा
भी होने की संभावना है।