बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में शादी समारोह में खाना खाने के बाद तबियत बिगड़ी
गई। जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां पर इलाज के दौरान 15 साल के बच्ची की मौत हो गई। वहीं मृतिका की दो बहन और दो बुआ का रायपुर
में इलाज चल रहा है। सभी भिलाई के रिशाली भाटा में शादी समारोह में शामिल हुए थे।
जहां से खाना- खाकर वापस लौट रहे थे। इसी बीच ट्रेन में अचानक सभी की तबियत बिगड़ने
लगी। सभी लोग बालोद नगर के आमापारा के रहने वाले हैं।
वहीं
बालोद में ही भीषण गर्मी से एक और वन्य प्राणी की मौत हो गई। जहां के बालोद
वनपरिक्षेत्र अंतर्गत स्थित ग्राम नारागांव के सियादेवी मंदिर स्टॉप डेम के
पास नील गाय मृत मिली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा।
वहीं वन विभाग की टीम ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जांच रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा
बीते
दिनों बालोद जिले में भालू की मौत और दफन मामले में जांच टीम ने डीएफओ को रिपोर्ट
सौंपी थी। सुरक्षा श्रमिक कीर्तन कुंजाम और अग्नि प्रहरी इन्द्रराज ने ही भालू के
चारो पंजों और गुप्तांग को काटकर अलग किया था। इस मामले में ईश्वर लाल, मनोहर और चरण कुमार साहू भी शामिल
थे। किसी भी ने भी आलाधिकारियों को इसकी सूचना नहीं दी थी।
कार्रवाई के दिए थे निर्देश
मामले
में दोषियों पर वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम की धाराओं के तहत कार्रवाई कर प्रकरण
प्रस्तुत करने के डीएफओ ने बालोद रेंजर को निर्देश दिए थे। बता दे कि, एक महीने पहले किल्लोबाहरा के तांदुला
डुबान क्षेत्र में भालू का शव मिला था। जिसे वन विभाग के ही अफसरों और कर्मचारियों
ने बिना सूचना दिए दफना दिया था। मामले में डिप्टी रेंजर सहित दो बीट गार्ड को
पहले ही निलंबित हो चुके हैं।