अंबिकापुर। छत्तीसगढ़
की राजधानी रायपुर के कांग्रेस भवन में ईडी ने दबिश दी थी। जिसके बाद सियासत तेज
हो गई है। इस मामले को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम सिंह देव ने इशारों ही इशारों में
बीजेपी पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि,
कवासी लखमा पर राजनैतिक पार्टी में शामिल होने का दबाव बनाया गया
था। उन्हें ऑफर दिया था कि, यदि वह भाजपा में शामिल होते हैं
तो उनके खिलाफ कार्यवाही नहीं होगी। हालांकि, इसे मैं अभी
अफवाह ही कहूंगा।ईडी को जो डायरी मिली है, उसका जिक्र करते
हुए उन्होंने कहा कि, डायरी को कैसे लिखा गया है। एक दिन यह
भी छत्तीसगढ़ की जनता के सामने आयेगा।
विपक्ष को डराने के लिए
हुई कार्रवाई- महंत
वहीं मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष
डॉ चरणदास महंत का बयान सामने आया था। जहां श्री महंत ने कहा था कि,
हमें अभी जानकारी हुई, एक साल से सिर्फ छापा
चल रहा है। विरोधियों को डराने धमकाने की कार्रवाई हो रही है। सरकार सिर्फ लोगों
को फंसाने का काम कर रही है।
बीजेपी के इशारे पर
सेंट्रल एजेंसियां कर रहीं काम- बैज
इस पूरे मामले को लेकर पीसीसी चीफ
दीपक बैज ने कहा कि, भाजपा के
इशारे पर सेंट्रल एजेंसियां काम कर रहीं हैं। कांग्रेस भवन दान से बना, राजीव भवन विपक्ष में रहते बना। लेकिन ईडी कोर्ट में कहती है कि,
72 करोड़ रुपये की लागत से कांग्रेस भवन बना है। पहले ही कोर्ट में
पेश कर दिए तो जानकारी लेने की क्या जरूरत है? कांग्रेस भवन
के निर्माण का हमारे पास पाई- पाई का हिसाब है, हर चीज की
जानकारी देंगे। उन्होंने आगे कहा कि, भाजपा का प्रदेश
कार्यालय 5 स्टार होटल की तरह बना है. 200 रुपये करोड़ की लागत से BJP का कार्यालय बना है। 15
साल की काली कमाई से प्रदेश भाजपा कार्यालय
बना है। क्या ईडी इसका जवाब मांगेगी और भाजपा से
पूछताछ करेगी।