दंतेवाड़ा| कृषि विज्ञान केन्द्र दंतेवाड़ा में छत्तीसगढ़ का पहला त्यौहार हरेली बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। हरेली त्यौहार का शुभारंभ छत्तीसगढ़ महतारी के फोटो पर माल्यार्पण एवं पूजन कर किया गया। खेती में प्रयोग होने वाले सभी कृषि यंत्रों एवं वाहनों, मशीनों एवं पशुओं के पूजन हेतु गोबर से लिपाई कर चावल आटे से चौका बनाया गया तथा तथा नीम एवं भेलवा की पत्तियों को पूजन पश्चात खेतों तथा कार्यालय एवं कृषि यंत्र तथा वाहन में लगाया गया। पूजन में स्थानीय फुल सदाबहार, गुलहर तथा घंटी फूल का उपयोग के साथ ही पूजन में छत्तीसगढ़ी व्यंजन गुड से बना हुआ चिला एवं गुलगुला भजिया विशेष रूप से चढ़ाया गया तथा चावल आटे के गाढ़ा घोल से कृषि यंत्रों एवं वाहनों पर हाथ का छाप दिया गया। साथ ही अच्छे फसल उत्पादन एवं सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान प्रक्षेत्र पर कार्य करने वाले कृषि, डेयरी और पोल्ट्री श्रमिक, केन्द्र के सभी वैज्ञानिक, कर्मचारी एवं श्रमिक सामूहिक रूप से मौजूद थे। भैरमबंद गौठान में हरेली त्यौहार का आयोजन किया गया जिसमें जिले के अधिकारियों द्वारा पारंपरिक विधि से पूजा अर्चना कर विभिन्न प्रकार के पौधे जैसे नारियल, आम के पौधों का रोपण किया गया। साथ ही आज से भैरमबंद गौठान में गोमूत्र खरीदी का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में स्व-सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा विभिन्न प्रकार के खेलों का आयोजन जैसे रस्सा कसी खेल, गेडी-दौड़, फुगडी, भौंरा आदि का आयोजन किया गया। इस दौरान अपर कलेक्टर श्री संजय कन्नौजे, संयुक्त कलेक्टर श्री सुरेन्द्र ठाकुर, एसडीएम श्री शिवनाथ बघेल, तहसीलदार श्रीमती यशोदा केतारप, अन्य अधिकारीगण, सरपंच, उपसरपंच, स्व-सहायता समूह की महिलाएं, गौठान समिति के सदस्य सहित ग्रामीण जन मौजूद थे। हरेली त्यौहार पर बच्चों ने भी दिखाई अपनी सहभागिता :- जिले के आवासीय विद्यालय छू लो आसमान, पोटाकेबिन बेंगलूर एवं बांगापाल में बड़े ही उत्साह के साथ हरेली त्यौहार मनाया गया। बच्चों द्वारा कृषि औजारों की विधिवत पूजा की गई। इसके साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया साथ ही बच्चों द्वारा नृत्य कर खुशी जाहिर की और विद्यार्थियों द्वारा पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण हेतु संदेश दिया गया।