April 22, 2025


साय सरकार की बड़ी पहल : भारत का नया आईटी हब बनेगा नवा रायपुर

रायपुर। छत्तीसगढ़ में बीजेपी की नई सरकार की कमान संभालने के बाद विष्णुदेव साय सरकार ने प्रदेश की औद्योगिक नीति में बदलाव किए. उसके बाद इसे नई औद्योगिक नीति का रूप दिया. अब सरकार का फोकस नवा रायपुर के विकास को तेज रफ्तार देना है. नया रायपुर यानि की नवा रायपुर को साय सरकार अब भारत का नया और अगला आईटी हब बनाने के प्लान पर काम कर रही है. सरकार का मकसद आईटी कंपनियों के लिए एक नया गंतव्य बनने और यहां के युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर प्रदान करना है.

नवा रायपुर में बीपीओ स्थापित  

नवा रायपुर में एक बीपीओ स्थापित किया गया है. स्क्वायर बिजनेस सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के तहत यह बीपीओ स्थापित किया गया है. इस बीपीओ में 350 युवाओं को नौकरी मिली है. जिसमें नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा, गरियाबंद और धमतरी जिले के उम्मीदवार शामिल हैं. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हाल ही में नया रायपुर के सीबीडी भवन में स्थित स्क्वायर के बीपीओ का उद्घाटन किया है.

छत्तीसगढ़ सरकार के पास एक विजन है और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शिक्षित युवाओं के लिए एम्प्लॉयमेंट क्रिएट करने के निर्देश दिए हैं. इसे ध्यान में रखते हुए नया रायपुर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) कंपनियों को प्लग-एंड-प्ले स्पेस सुनिश्चित कर रहा है. अब तक चार कंपनियों को 1800 सीटें आवंटित की जा चुकी हैं. सीएम साय ने हाल ही में स्क्वायर के बीपीओ का उद्घाटन किया है.

नवा रायपुर को आईटी हब बनाने की कोशिश”:

 नवा रायपुर विकास प्राधिकरण के सीईओ सौरभ कुमार ने कहा कि टेलीपरफॉर्मेंस समेत कई कंपनियों को सीटें आवंटित की गई हैं और हम यहां उपलब्ध जगह में एक अलग आईटी टॉवर भी विकसित कर रहे हैं. कंपनियों और युवाओं से लगातार पूछताछ मिलने के बाद जल्द से जल्द 5000-6000 नौकरियां पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है.

आईटी की नौकरी के लिए फैलाई जा रही जागरुकता”:

एनआरडीए के सीईओ ने बताया कि नया रायपुर में नौकरियों के बारे में जागरूकता पैदा करने की कोशिश है. इसके लिए कलेक्टरों को विशेष निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही हम सभी जिलों के रोजगार अधिकारियों के साथ यहां आने वाली कंपनियों का समन्वय भी सुनिश्चित कर रहे हैं. जिससे यहां रोजगार के अवसर पैदा हो सके. वर्तमान में छत्तीसगढ़ के उत्तर से दक्षिण तक के 13 जिलों के उम्मीदवार यहां काम करना शुरू करने वाली कंपनी में काम कर रही है.

नक्सल प्रभावित क्षेत्रों, जो तेजी से सिकुड़ रहे हैं, चाहे वह दंतेवाड़ा हो, कांकेर हो, धमतरी हो या कोई और, के बच्चों को बीपीओ में रोजगार मिल रहा है. यह एक बहुत ही सकारात्मक पहल है और इसका दीर्घकालिक प्रभाव भविष्य में दिखाई देगा.

नवा रायपुर आईटी हब के रूप में होगा तब्दील”:

रायपुर में स्क्वायर के सेंटर हेड प्रशांत कुमार सामल ने कहा कि यहां 2000 से अधिक रोजगार सृजित होने की संभावना है, क्योंकि राज्य सरकार और यहां के मुख्यमंत्री का नया रायपुर को एक उभरती हुई आईटी सिटी में बदलने का विजन है. हम स्क्वायर को विकसित करने के इस प्रयास में पूरा सहयोग देंगे.

 “आईटी की नौकरी के लिए नवा रायपुर बनेगा पसंद”:

स्क्वायर के सेंटर हेड प्रशांत कुमार ने कहा कि हमारा मुख्यालय हैदराबाद में भी है और रोजगार के मौकों की अनुपलब्धता के कारण रायपुर, ओडिशा और अन्य राज्यों के उम्मीदवारों को नौकरी की तलाश में दूसरे राज्य में जाना पड़ता है. अब हमने यहां काम करना शुरू कर दिया है और जल्द ही अन्य कंपनियों के भी यहां आने की संभावना है, इसलिए नौकरी के मामले में नया रायपुर युवाओं की पहली पसंद हो सकता है.

स्क्वायर के सेंटर हेड प्रशांत कुमार ने आगे कहा कि यहां 350 उम्मीदवारों में से 92 प्रतिशत कर्मचारी छत्तीसगढ़ से हैं, जबकि शेष आठ प्रतिशत तेलंगाना, ओडिशा, बिहार और मध्य प्रदेश जैसे अन्य राज्यों से हैं. यहां लगभग 700-800 रोजगार के अवसर पैदा हो सकते हैं और हमें तत्काल लगभग 150 उम्मीदवारों की आवश्यकता है.

छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों से आईटी कंपनियां यहां आ रही हैं. इसमें बस्तर क्षेत्र के साथ-साथ राज्य के अन्य हिस्सों के युवा आईटी के क्षेत्र में रोजगार के अवसर तलाश सकते हैं. पहले लोग मानते थे कि आईटी कंपनी का मतलब बैंगलोर, मुंबई या गुड़गांव है और कौन सी आईटी कंपनी छत्तीसगढ़ आएगी. मगर केवल बड़े शहरों में ही आईटी नौकरियों के अवसर मिलते हैं. अब यह सोच बदल रही है|


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