रायपुर : प्रदेश
के वन एवं जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन, कौशल विकास एवं सहकारिता तथा संसदीय
कार्य मंत्री श्री केदार कश्यप और बस्तर लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री महेश कश्यप
के द्वारा जिले के ग्रामों में देवगुड़ी बनाए जाने हेतु भूमिपूजन किया गया। देवगांव
पोटा केबिन में आयोजित कार्यक्रम में 69 बालिकाओं को सरस्वती
साइकिल योजना के तहत साइकिल वितरित किए।
कार्यक्रम को
संबोधित करते हुए मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि पढ़ाई का समय जीवन में एक बार मिलता
है, जिसका सही उपयोग कर
अपने जीवन को सुखमय बनाने के लिए अच्छे से पढ़ाई करें और जीवन में परिवर्तन लाएं।
जिले के अंदरूनी क्षेत्र से आकर पोटा केबिन जैसे संस्था में रहकर शिक्षा प्राप्त
कर रहे हैं बच्चे अपने माता-पिता के लिए एक चिराग के समान हैं। उन्होंने छात्र-
छात्राओं से कहा कि अच्छे से पढ़ लिख कर अपने माता-पिता के साथ-साथ पूरे जिले और
प्रदेश का नाम रोशन करें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि गुरुजनों के बताए हुए
रास्ते पर चलकर अपने जीवन को साकार बनाएं और मेहनत कर कामयाबी हासिल करें।
मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि कठिन परिश्रम
करने से जीवन में बदलाव निश्चित ही प्राप्त होती है। पढ़ाई के साथ-साथ कौशल विकास
के क्षेत्र में भी आगे बढ़ने की आवश्यकता है,
जिससे हमारे देश को आगे बढ़ाने में सहयोग मिलेगा।
बस्तर लोकसभा
क्षेत्र के सांसद श्री महेश कश्यप ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे
पूर्वजों ने संस्कृति और परंपरा को बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत की हैं उन्हें बचाए
रखना हमारी जिम्मेदारी है। बालिकाओं ने बस्तर के संस्कृति के ऊपर प्रस्तुत
कार्यक्रम को देखकर सांसद ने कहा कि मैं अपने पूर्वजों को धन्यवाद ज्ञापित करता
हूं जिन्होंने हमारी संस्कृति और परंपरा को संरक्षित रखे। उन्होंने अपने सांसद
बनने के बाद पहली बार संसद भवन पहुंच कर बस्तर के विकास के लिए प्रश्न उठाए हैं।
उन्होंने बताया कि रेल मार्ग अंतागढ़ से लेकर जगदलपुर तक 126 किलोमीटर बढ़ाने और रायपुर धमतरी से होते हुए
केशकाल से जगदलपुर तक और जगदलपुर से दंतेवाड़ा होते हुए बीजापुर से महाराष्ट्र तक
रेल मार्ग बनाया जाएगा। सांसद ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले
विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया। इस अवसर पर सर्व
आदिवासी समाज के संरक्षक रूपसाय सलाम, कलेक्टर बिपिन मांझी,
डीएफओ सच्चिदानंद के. सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी,
स्कूली विद्यार्थी उपस्थित थे।