दुर्ग : छत्तीसगढ़ में नगरी निकाय
चुनाव के तारीखों का ऐलान होने के बाद छत्तीसगढ़ में राजनीतिक सरगर्मियां में बढ़
गई है. छत्तीसगढ़ के 14 नगर निगमो में से 10
नगर निगम पर इस बार चुनाव होना है. वहीं दुर्ग नगर निगम से बीजेपी
ने अल्का बाघमार को अपना प्रत्याशी बनाया है, तो वहीं
कांग्रेस ने प्रेमलता पोषण साहू पर भरोसा जताया है. यहां बीजेपी ने कुर्मी तो
कांग्रेस ने साहू कार्ड खेला है.
बीजेपी ने अल्का बाघमार
को बनाया प्रत्याशी
बीजेपी ने दुर्ग नगर निगम के लिए
अल्का बाघमार को अपना प्रत्याशी बनाया है. वो वार्ड 7
से पार्षद रही हैं. कई सालों से भाजपा में सक्रिय कार्यकर्ता के रूप
में कार्य कर रही हैं. वर्तमान में दुर्ग जिले से भाजपा की उपाध्यक्ष हैं. दुर्ग
सांसद विजय बघेल की रिश्तेदार हैं. (कुर्मी समाज से) पूर्व पार्षद, संगठन के कई पदों में रहकर कई वर्षों से सक्रिय
कार्यकर्ता है. वो सांसद विजय बघेल की सबसे करीबी और रिश्तेदार है.
कांग्रेस ने दुर्ग में
खेला साहू कार्ड
वहीं दुर्ग नगर निगम के लिए कांग्रेस
ने साहू कार्ड खेला है. कांग्रेस में यूं तो OBC वर्ग से कई महिला प्रत्याशियों ने अपना दावा किया था, लेकिन कांग्रेस ने साहू समाज को साधने के लिए साहू समाज से प्रेमलता पोषण
साहू को महापौर का प्रत्याशी बनाया है. प्रेमलता साहू काफी समय से कांग्रेस की
सक्रिय राजनीति में हैं. वर्तमान में बोरसी की पार्षद हैं. इसके पति भूषण साहू भी
कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं और वो दुर्ग में पार्षद भी रहे हैं.
दुर्ग नगर निगम का
राजनीतिक समीकरण
दुर्ग नगर निगम क्षेत्र में राजनीतिक
समीकरण की दृष्टि से देखे तो ओबीसी वर्ग की संख्या जाता है. जिनमें साहू समाज भी
शामिल है. ऐसे में बीजेपी ने जहां कुर्मी समाज से अपना मेयर उम्मीदवार बनाया है,
तो वहीं कांग्रेस ने साहू कार्ड खेला है. कांग्रेस ने साहू समाज से
प्रेमलता पोषण साहू को मेयर प्रत्याशी घोषित किया है.
दुर्ग नगर निगम के
मुद्दे
BJP अपने सत्ता के किए गए
योजनाओं को जनता के बीच लेकर जाएगी. जिसमें सबसे अहम भूमिका महतारी वंदन रहेगी.
वहीं एक साल में दुर्ग शहर विधायक के द्वारा किए गए विकास कार्य भी जनता के बीच
जाने के लिए मजबूत है. कांग्रेस अपने पूर्व के महापौर और भूपेश कार्यकाल में हुए
विकास को मुद्दा बनाएगी.
जानिए दुर्ग नगर निगम की
समस्याएं
दुर्ग नगर निगम में सबसे ज्यादा
समस्या स्लम बस्तियों में देखा जा रहा है, जहां
सफाई का आलम चरमराया हुआ है. खेल के मैदान की सबसे ज्यादा कमी है. बाजार अस्त
व्यस्त है, पार्किंग की सुविधा ना होने वजह से बाजार और
ग्राहक भी भिलाई की ओर पलायन कर रहे है, अतिक्रमण भी सबसे
बड़ी समस्या रही है. लगातार वायदों के बाद अब भी मल्टीलेवल पार्किंग की सुविधा
जनता को नहीं मिल पाई. स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं के लिए या तो जिला अस्पताल या
फिर भिलाई के निजी अस्पतालों पर निर्भर रहना पड़ता है. मनोरंजन के लिए अब तक दुर्ग
नगर निगम क्षेत्र में कोई सुविधा नहीं है जिसके लिए सिर्फ आज तक जनता को गुमराह
किया जाता था. पूर्व महापौर के तौर पर सरोज पांडेय ने जितने भी मनोरंजन पैलेश बनाए
थे वे आज जीर्ण शीर्ण की स्थिति में है. शहर में बेतरतीब वाहनों का मायाजाल फैला
है जिससे जनता परेशान है.