रायपुर| विधानसभा उपाध्यक्ष और लोकप्रिय विधायक भानूप्रतापपुर श्री मनोज मण्डावी जी के आकस्मिक निधन पर मंत्री एवं उनके साथी डॉं. शिवकुमार डहरिया ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने एक धाकड़ आदिवासी नेता के चले जाने से आदिवासी समाज एवं छत्तीसगढ़ की राजनीति के साथ-साथ इसे अपनी व्यक्तिगत क्षति बताई तथा मण्डावी जी को स्मरण करते हुए कहा कि वे 1998 में अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा के तथा 2013 तथा 2018 में छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य रहे। श्री मण्डावी छात्र जीवन से ही आदिवासी समाज के लिए हमेशा संघर्ष करते रहे। डॉ. शिवकुमार डहरिया ने बताया कि वे और श्री मंडावी जी ने राजनीति की शुरूआत छात्र जीवन में एक ही साथ की। उन्होंने बताया कि मण्डावी जी शुरूआत से ही आदिवादियों के विकास के मुद्दों को प्रखर रूप से शासन प्रशासन के सामने प्रभावशाली ढंग से रखते थे। मंत्री डॉ. शिव डहरिया जी ने दिवंगत आत्मा को भगवान के श्रीचरणों में स्थान देने तथा उनके परिजनों एवं शुभचिंतकों को इस भारी दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने हेतु ईश्वर से प्रार्थना की है।