डिंडौरी : मध्य
प्रदेश के आदिवासी बहुल जिले डिंडौरी में मछली उत्पादन कर आत्मनिर्भर बन रही
महिलाओं का जिक्र रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मन की बात में किया
गया। उन्होंने खुशी जाहिर की कि डिंडौरी जिले में महिलाएं मछली बेचकर आत्मनिर्भर
बन रही हैं।
गौरतलब है कि जिले के डिंडौरी विकासखंड अंतर्गत ग्राम
रयपुरा में लगभग 20 वर्ष पहले जलाशय बना था। इस जलाशय
का सही उपयोग नहीं हो पा रहा था। 10.1 हेक्टेयर रकबे में बने
जलाशय को वर्ष 2023 में ही शारदा स्व सहायता समूह की महिलाओं
को 10 वर्ष की लीज में आवंटित किया गया।
12 महिलाएं जलाशय में करती
हैं मछली उत्पादन
आजीविका मिशन से महिलाओं को मदद कर
जिला मुख्यालय के कलेक्टर कार्यालय भवन के पास ही दीदी स्मार्ट फिश पार्लर खुलवाया
गया। समूह से जुड़ी 12 महिलाएं जलाशय में
मछली उत्पादन करने के साथ फिश पार्लर में मछली की बिक्री भी करती है।
प्रतिदिन तीन से
चार क्विंटल मछली का उत्पादन कर फिश पार्लर में बेचा जाता है। मत्स्य निरीक्षक
विशाल शरणागत ने चर्चा के दौरान बताया कि मछली खराब न हो इसलिए फिश पार्लर में आइस
बॉक्स होने के साथ बड़ा फ्रिजर भी लगाया गया है।
हर महीने होती है 8
से 10 हजार रुपये की कमाई
यहां महिलाएं अन्य लोगों से भी मछली 120
रुपए किलो खरीद कर इस पार्लर में 240 किलो तक
बेच रही हैं। गौरतलब है कि 26 जनवरी 2024 को ही दीदी फिश पार्लर का शुभारंभ किया गया था। इस समूह से जो महिलाएं
जुड़ी हुई है, वे प्रतिमाह 8 से 10
हजार तक कमा रही हैं।
बताया गया कि जलाशय
में भी पर्याप्त पानी होने से इसका उपयोग अन्य काम में भी किया जा रहा है। इससे जल
स्तर भी आसपास बढ़ा है। यहां समूह की महिलाएं फिश फ्राई करके भी बेचती है।