कोंडागांव
: पूर्व मंत्री मोहन मरकाम ने कोंडागांव पुलिस की कार्यवाही पर सवाल खडे करते
प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा की छत्तीसगढ़ मे ज़ब से भाजपा की सरकार बनी है जुआ
सट्टा शराब क़े अवैध कारोबार पुलिस क़े संरक्षण मे शुरू हो गये है सुशासन क़े नाम पर
स्वांग रचने वाली साय सरकार क़े नाक क़े निचे प्रदेश क़े युवाओं को जुआ सट्टा और नशे
का आदी बनाया जा रहा है गांव गांव मे शराब का गोरखधंधा चल रहा है उन्होंने आरोप
लगाते कहा की चूंकि कोंडागांव विधायक लता उसेंडी जो कि भाजपा की राष्ट्रीय
उपाध्यक्ष भी है और ओडिसा की सहप्रभारी भी है तो ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उनके शह, संरक्षण और दबाव में कोंडागांव की
पुलिस ओड़िसा क़े शराब को छत्तीसगढ़ मे खपाने का अवैध कारोबार करने वालो का पूर्ण
संरक्षण कर शराब के अवैध कारोबार को बढ़ावा देने का काम करने में अपनी सहभागिता
निभा रही है।मंगलवार क़े दिन मुलमुला क़े एक युवक को पुलिस ने ओड़िसा क़े शराब को
खुलेआम बेचते छापामारी कर गिरफ्तार किया वहीं जब उसने अपने आपको भाजपा का
कार्यकर्ता बताया तो तत्काल आनन फानन मे खानापूर्ति कर मुचलका मे आरोपी को रिहा कर
दिया गया यह अपराध को सह देना नहीं तो और क्या है? कोंडागांव
पुलिस ने या तो सेटिंग कर मामले को दबाने का प्रयास किया है या तो ओडिसा प्रभारी
लता उसेंडी के राजनितिक संरक्षण मे शराब का अवैध कारोबार हो रहा जिसे देखकर भी
अनदेखा किया जा रहा है। आरोपी क़े पास से मौके मे गिरफ्तारी क़े दौरान 13 बियर और 12 व्हीसकी क़े क्वाटर जप्त किये गए परन्तु
थाने मे कार्यवाही मुचलका योग्य की गयी आरोपी को जहाँ जेल भेजना चाहिए था वहाँ
उसकी खातिरदारी करते घर भेज दिया जाता है यह अपराध को शह देना नहीं तो फिर क्या है?श्री मरकाम ने कहा की ज़ब पुलिस गिरफ्तार करने मुलमुला गई और आरोपी का
सम्बंध भाजपा से निकला तो मामला वहीं खत्म हो जाता है और आरोपी को कोंडागांव पुलिस
द्वारा बड़े इज्जत क़े साथ थाने मे लाकर मेहमान नवाजी कर चंद घंटो मे छोड़ दिया जाता
है यही है साय सरकार का सुशासन यही है कोंडागांव पुलिस की विश्वसनीयता।ओड़िसा क़े
शराब को खुलेआम छत्तीसगढ़ मे बेचने वाले क़े ऊपर कोंडागांव पुलिस की भाई चारा वाला
व्यवहार पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा करता है कोंडागांव पुलिस
अधीक्षक को मामले को संज्ञान मे लेकर त्वरित कार्यवाही करनी चाहिए अगर कार्यवाही
मे ढीलाई बरती जा रही है तो इस गोरखधंधे मे पुलिस अधीक्षक की संलिप्तता भी
प्रदर्शित होगी।