रायपुर : प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि
मंत्री बंगलों में मोटी रकम लेकर नियम विरुद्ध तहसीलदारों का ट्रांसफर किया गया
है। विधानसभा चुनाव के 3 महीना पहले ही तहसीलदारों का ट्रांसफर किया गया था सरकार
बनते ही 9 महीने में दो बार तहसीलदारों का ट्रांसफर कर दिया
गया। ट्रांसपरेंट पोस्टिंग के नियम कायदे को ताक पर रखा गया है। लंबे अरसे से एक
स्थान पर काम कर रहे तहसीलदारों को ट्रांसफर का लाभ नहीं दिया गया बल्कि लेनदेन
करके ट्रांसफर की सूची बनाई गई। कई तहसीलदार ऐसे हैं, जिनका
चार माह में चार-चार बार ट्रांसफर हुआ है। एक महिला तहसीलदार ने अपने पारिवारिक
कारण से ट्रांसफर के लिए आवेदन किया था उससे ट्रांसफर के एवज में 15 लाख रु की मांग की गई पैसा नहीं देने के चलते उनका ट्रांसफर नहीं किया
गया।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 15 साल के भाजपा
सरकार के दौरान भी ट्रांसफर उद्योग चल रहे थे। 9 महीने की
सरकार में बार-बार भाजपा के नेता और आरएसएस के आनुसांगिक संगठन अपने मन माफिक
लोगों का ट्रांसफर करने के लिए लगातार पत्र लिख रहे हैं, सोशल
मीडिया में कई पत्र सार्वजनिक हुए हैं। हर विभाग में भाजपा के दलाल सक्रिय हो गए
हैं, काम करने वालों को प्रताड़ित किया जा रहा है, दुर्भावना पूर्वक उनका ट्रांसफर कर दिया आता है। भाजपा का मूल काम
कमीशनखोरी, भ्रष्टाचार करना है, अवैध
और काली कमाई के लिए वह किस हद तक गिर सकते हैं यह तहसीलदार के ट्रांसफर लिस्ट से
स्पष्ट हो गया है। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि तहसीलदार के अनुचित ट्रांसफर
करने में संलिप्त, लेनदेन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो,
तहसीलदार के आरोपी की जांच हो, ट्रांसफर लिस्ट
को निरस्त किया जाए और तय नियम के अनुसार पुनः ट्रांसफर की सूची जारी हो।