रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु
देव साय ने सुशासन से जो आस जगाई, उससे
प्रदेशवासियों का विश्वास मजबूत हुआ है। इसी विश्वास और आस के साथ लोग बड़ी संख्या
में सुशासन तिहार का हिस्सा बने। उनका विश्वास तब और मजबूत हो गया जब उनकी
समस्याओं का त्वरित समाधान हो गया।
इस अभियान के तहत बिलासपुर जिले में
एक संवेदनशील पहल देखने को मिली। कोटा ब्लॉक के ग्राम के ग्राम पंचायत करका निवासी
श्री मंगल सिंह बैगा को आवेदन देते ही महज 24 घंटे के भीतर ट्राइसाइकिल मिली। वे दिव्यांग पेंशन की पात्रता सूची में भी
आ गए हैं जल्द ही उन्हें पेंशन भी मिलने लगेगी। सुशासन तिहार के मद्देनजर कलेक्टर
श्री अवनीश शरण के मार्गदर्शन में उनके आवेदन को गंभीरता से लिया गया और उन्हें
ट्राइसाइकिल दी गई।
सुशासन तिहार के दौरान श्री मंगल
सिंह बैगा ने ट्राइसिकल और पेंशन के लिए आवेदन 10 अप्रैल को दिया था। उन्हें 11 अप्रैल को ही समाज
कल्याण विभाग द्वारा ट्राइसिकल प्रदान करने की सूचना दी गई। लेकिन उन्होंने 15
अप्रैल को ट्राइसाइकिल लिया। विकलांगता प्रमाण पत्र नहीं होने के
कारण उनकी पेंशन के लिए पात्रता नहीं बन पा रही थी। समाज कल्याण विभाग द्वारा उनका
विकलांगता प्रमाण पत्र बनवा दिया गया है। वे अब पेंशन की पात्रता सूची
में आ गए हैं। जल्द ही उन्हें पेंशन भी मिलने लगेगी। इस त्वरित कार्रवाई से
प्रसन्न होकर श्री मंगल सिंह बैगा ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद
दिया ।
उन्होंने कहा कि सरकार की इस
संवेदनशील पहल से मुझे और मेरे परिवार को बड़ा सहारा मिला है। अब मुझे कहीं
आने जाने के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। मैंने सोचा भी नहीं था कि
आवेदन देते ही मेरी समस्या का इतनी जल्दी समाधान हो जाएगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के शहरी एवं
ग्रामीण अंचलों में जनसरोकार से जुड़ी समस्याओं के समाधान हेतु सजगता और तत्परता के
साथ कार्य किया जा रहा है। सुशासन तिहार का उद्देश्य शासन को आमजन तक
पहुंचना है, जहां लोगों की छोटी-बड़ी समस्याओं का त्वरित,
पारदर्शी और प्रभावी समाधान सुनिश्चित किया जा रहा है।