रायपुर| पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह द्वारा दीपावली की बधाई संदेश में छग को भगवान राम के ननिहाल की दुहाई देना और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल सांसद सुनील सोनी द्वारा राउत नाचा दल के साथ फोटो खिंचवा कर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यही है नवा छत्तीसगढ़ गढ़ जिसकी कल्पना छत्तीसगढ़ राज्य का सपना देखने वालों हमारे पुरखो ने किया था ।पन्द्रह साल तक इसी छत्तीसगढ़िया पन का अभाव हो गया था ।पन्द्रह सालों तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह को कभी इस बात की याद नही आई कि छत्तीसगढ़ गढ़ भगवान राम का ननिहाल है । माता कौशल्या का मायका है छत्तीसगढ़ , कौशल्या जी छग की बिटिया थी भगवान राम छग के भांजे थे ।भगवान राम ने अपने वनवास के 14 वर्षों में से 10 वर्ष छग में बिताया था । न राम वन गमन पथ को संरक्षित करने का काम किया गया और न ही राजधानी रायपुर से लगे चंदखुरी में माता कौशल्या मंदिर की सुध लिया गया था ।सत्ता से उतरने के बाद रमन सिंह को राम के ननिहाल की याद आ रही तो यह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बडी उपलब्धि है कि विरोधी जिन्होंने सत्ता में रहते पन्द्रह साल तक छग की संस्क्रति और इतिहास धार्मिक वैभव को भुला दिया था आज उनकोउसकी याद आ रही है। कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पूर्व मंत्री ब्रिजमोहन अग्रवाल ,सांसद सुनील सोनी राउत नाचा दल के साथ फोटो खिंचवाना छत्तीसगढ़ वासियों के लिए अप्रत्याशित घटना है । छत्तीसगढ़ में राउत लोगो का दीपावली में पारंपरिक नृत्य कोई कांग्रेस सरकार के बनने के बाद शुरू हुआ हो या छग भगवान राम के ननिहाल के रूप में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद स्थापित हुआ है ऐसा भी नहीं है यह सब तो हमारी पुरानी परंपरा और थाती है अंतर इतना ही है कि राज्य बनने के बाद पन्द्रह सालों तक भाजपा की सरकारों ने इसे भुला दिया था ।कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्य की संस्कृति सभ्यता परम्परा तीज त्योहार को सहेज रहे और इसका प्रभाव भी दिखने लगा कि भाजपाइ भी अब राज्य के वैभव की दुहाई दे रहे।