रायपुर : जेईई मेंस-2025 के घोषित
परिणामों में प्रयास आवासीय विद्यालय के बच्चों ने शानदार प्रदर्शन किया है। इस
वर्ष जेईई मेंस परीक्षा में बैठे प्रयास आवासीय विद्यालय के कुल 371 बच्चों में से 122 ने क्वालीफाई किया है।
विद्यार्थियों की इस सफलता से उनके परिवार के साथ-साथ उनके गांव एवं समाज में हर्ष
का माहौल है। विद्यार्थियों की इस शानदार सफलता पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव
साय विभागीय मंत्री श्री रामविचार नेताम, प्रमुख सचिव श्री
सोनमणि बोरा और आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर ने शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल
भविष्य की कामना की है।
वर्तमान में राज्य में कुल 15 प्रयास आवासीय विद्यालय संचालित हैं, जबकि वर्ष 2025-26
में राजनादंगावं एवं बलरामपुर में एक-एक नवीन प्रयास आवासीय
विद्यालय प्रारंभ करने की स्वीकृति प्राप्त हुई है। इनके प्रारंभ होने से राज्य
में प्रयास विद्यालयों की संख्या बढ़कर 17 हो जाएगी। ज्ञात हो
कि अब तक प्रयास आवासीय विद्यालय के 122 विद्यार्थी आईआईटी
एवं समकक्ष में, 356 विद्यार्थी एनआईटी एवं समकक्ष में,
960 समकक्ष में एवं 70 एमबीबीएस हेतु चयनित हो
चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री बाल भविष्य
सुरक्षा योजना के एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में संचालित प्रयास आवासीय विद्यालयों
का मुख्य उद्देश्य नक्सल प्रभावित क्षेत्र के प्रतिभावान विद्यार्थियों को
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध उपलब्ध कराना, उन्हें विभिन्न
प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने हेतु सक्षम बनाकर व्यावसायिक उच्च शैक्षणिक
संस्थानों में प्रवेश कराना तथा उन्हें जीवन में स्थिरता प्रदान करना है।
आदिम जाति कल्याण विकास विभाग के अधिकारियों ने बताया
कि इस वर्ष जेईई मेंस के घोषित परिणामों में प्रयास, बालक आवासीय
विद्यालय, रायपुर का परीक्षा परिणाम सबसे अच्छा रहा है,
इसके जेईई एडवासं परीक्षा में बैठे कुल 153 बच्चों
में से 69 ने मेंस क्वालीफाई किया है। इनकी सफलता का प्रतिशत
लगभग 45 प्रतिशत रहा है, जो कि
राष्ट्रीय स्तर की इतनी कठिन परीक्षा के हिसाब से उत्कृष्ट कहा जा सकता है। इसी
प्रकार प्रयास आवासीय विद्यालय, अंबिकापुर के परीक्षा में
बैठे 44 में से 16 बच्चों ने जेईई मेंस
क्वालीफाई किया है। प्रयास, दुर्ग के परीक्षा में बैठे 46
में से 12 बच्चे, प्रयास,
कांकेर के परीक्षा में बैठे 23 में से 08
बच्चे, जबकि प्रयास, जशपुर
के परीक्षा में बैठे 38 में से 09 बच्चों
ने तथा प्रयास, कोरबा के परीक्षा में बैठे 30 बच्चों में से 01 ने जेईई मेंस क्वालीफाई किया है।
इसी प्रकार प्रयास, जगदलपुर के
परीक्षा में बैठे 37 बच्चों में से 07 ने
जेईई मेंस क्वालीफाई किया है। प्रदेश के सुदूर नक्सल प्रभावित अंचल के बच्चों का
राष्ट्रीय स्तर की इस कठिन परीक्षा में सफल होना विभाग के साथ-साथ राज्य के लिए भी
एक बड़ी उपलब्धि है। इस प्रकार इस वर्ष कुल मिलाकर 122 विद्यार्थियों
का आईआईटी एवं आईआईटी प्रिपरेटरी में चयन होने की संभावना है।