रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की
मुश्किलें फिर से बढ़ सकती हैं, क्योंकि सीबीआई ने उनके
खिलाफ अश्लील सीडी कांड में रिवीजन याचिका दायर की है। इस याचिका पर सुनवाई 4
अप्रैल को सीबीआई की विशेष अदालत में होगी। मामले में सभी पक्षों को
समन जारी करने की प्रक्रिया जारी है।
सीबीआई ने जिला न्यायालय
के फैसले को दी चुनौती
सीबीआई ने 11
मार्च को रायपुर जिला न्यायालय के फैसले को चुनौती देते हुए रिवीजन
याचिका दाखिल की। सीबीआई ने याचिका में भूपेश बघेल को आरोपित बनाने की मांग की है
और दावा किया है कि नए दस्तावेजी साक्ष्य और गवाहों के आधार पर महत्वपूर्ण
जानकारियां सामने आई हैं, जिससे केस की दोबारा सुनवाई जरूरी
हो गई है।
4 अप्रैल को अहम
सुनवाई, बढ़ सकती हैं भूपेश बघेल की मुश्किलें
सीबीआई की इस कार्रवाई के बाद भूपेश
बघेल की कानूनी चुनौतियां बढ़ सकती हैं। यदि विशेष अदालत सीबीआई की याचिका स्वीकार
करती है, तो भूपेश बघेल को कोर्ट
में पेश होना पड़ सकता है और मामले की नई सुनवाई शुरू हो सकती है।
क्या है सेक्स सीडी कांड मामला ?
छत्तीसगढ़ में सेक्स सीडी कांड का
मामला अक्टूबर 2017 में आया था। इसमें
दावा किया गया कि इस सेक्स सीडी कांड में तत्कालीन मंत्री राजेश मूणत हैं। इसके
बाद रायपुर के सिविल लाइन थाने में केस दर्ज किया गया। इस मामले में पुलिस ने
दिल्ली से पत्रकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार किया था। कांग्रेस ने इसे साजिश बताया
था, जिसके बाद इस मामले में सितंबर 2018 में भूपेश बघेल की गिरफ्तारी हुई थी। भूपेश बघेल उस समय छत्तीसगढ़
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे। इस पूरे मामले में भूपेश बघेल पर साजिश रचने का
आरोप लगा था, जिसके बाद भूपेश बघेल कोर्ट में जमानत लेने से
इनकार कर दिया था। बघेल के समर्थन में छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने जगह-जगह प्रदर्शन किए
थे। भूपेश बघेल की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह सभाएं की
थी। 2018 में विधानसभा चुनाव हुए थे। इस विधानसभा चुनाव में
कांग्रेस को जीत मिली थी, जिसके बाद भूपेश बघेल राज्य के
मुख्यमंत्री बने थे।