February 18, 2025


सैम पित्रोदा के बयान पर गरमाई सियासत : सीएम साय ने साधा निशाना, कहा- देश के दुश्मनों और अलगाववादियों के साथ है कांग्रेस

रायपुर। कांग्रेस नेता और गांधी परिवार के करीबी सैम पित्रोदा के चीन वाले बयान पर सियासत गरमा गई है। इसी बीच अब मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया एक्स में पोस्ट कर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा कि, कांग्रेस के हाथ सीधे तौर पर अलगाववादियों, देश के दुश्मनों के साथ है। कांग्रेस के विदेशी विभाग के प्रमुख सैम पित्रौदा को शायद देश के दुश्मनों का हाथ मजबूत करने के लिए ही रखा गया है। 

सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि, पित्रौदा द्वारा पहले भारतीय नस्ल को ही अपमानित करना फिर बार-बार भारत के बारे में अलग-अलग मंचों पर दुष्प्रचार करना और देश को कमजोर करने की साजिश रचते रहना कांग्रेस की अघोषित नीति ही है। अभी फिर एक विवादास्पद बयान देकर फिर वही किया गया है। आगे सीएम साय ने कहा कि,सैम पित्रौदा के हर बयान के बाद उसे निजी बयान बता देना भी कांग्रेस की पहले से तय नीति है। 

कांग्रेस नेता और गांधी परिवार के करीबी 

सोमवार (17 फरवरी) को  चीन पर विवादित बयान दिया है। कहा, चीन हमारा दुश्मन नहीं है। भारत को उसके प्रति नजरिया बदलना होगा। पित्रोदा के इस बयान की बीजेपी ने कड़ी अलोचना की है। सैम पित्रोदा इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के चेयरमैन हैं। सोमवार (17 फरवरी)  को उन्होंने न्यूज एजेंसी IANS को इंटरव्यू दिया। इस दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, 'चीन को दुश्मन मानने की बजाय उसे सम्मान देना चाहिए। हम सबको साथ मिलकर काम करने की जरूरत है। चीन के प्रति भारत को अपने नजरिए में बदलाव लाना होगा।  

हमें अपना पैटर्न बदलना होगा

सैम पित्रोदा ने इंटरव्यू में कहा, भारत का रवैया पहले दिन से टकराव वाला है, जिससे दुश्मनी पैदा होती है। हमें इस पैटर्न को बदलना होगा। चीन को दुश्मन मानने की बजाय उसके साथ मिलकर काम करने की जरूरत है। सिर्फ चीन ही नहीं बल्कि किसी भी देश के प्रति ऐसा रवैया ठीक नहीं है। सैम पित्रोदा ने कहा, भारत को कमांड और कंट्रोल की मानसिकता से बाहर निकलना होगा। साथ ही यह भी समझाना और पहचानना होगा कि चीन चारों दिशा में बढ़ रहा है। उसके प्रति टकराव की भावना छोड़कर सीखने, संवाद और सहयोग की भावना से काम करना चाहिए। 

बढ़ानी होगी विकास दर 

सैम पित्रोदा ने बताया कि आज सभी देश आगे बढ़ रहे हैं। कुछ तेजी से ग्रोथ कर रहे हैं तो कुछ की विकास दर धीमी है। जो देश बहुत गरीब हैं, उन्हें अपनी विकास दर बढ़ानी होगी। विकासशील देशों की आबादी अभी युवा है। जबकि, संपन्न और विकसित देशों की आबादी बुजुर्ग हो रही है। हमें इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ना चाहिए।  

विदेश नीति पर उठाए सवाल 

सैम पित्रोदा ने भारत और अमेरिका की विदेश नीति पर भी अपनी राय रखी। कहा, भारत को अपनी स्वतंत्र विदेश नीति पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। साथ ही पड़ोसी देशों के साथ सकारात्मक संबंध बनाने पर जोर देना चाहिए। उन्होंने कहा, अमेरिका दुश्मन को डिफाइन करता है। इससे बाकी देशों के बीच तनाव बढ़ता है। 


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