रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज राजधानी
रायपुर के एक निजी होटल में आयोजित आईबीसी 24 स्वर्णशारदा
स्कॉलरशिप 2024 कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस पुरस्कार से बेटियों का ना सिर्फ मनोबल
बढ़ा है बल्कि उन्हें आर्थिक मदद भी मिल रही है। ये बहुत खुशी की बात है। गरीब
परिवार के होनहार बच्चों के लिए अपना भविष्य गढ़ने के लिए ये बड़ी मदद है। सबसे
अच्छी बात है कि यह पुरस्कार सही समय पर दिए जा रहे हैं। कॉलेज के दाखिले अभी चल
रहे हैं। हमारे टॉपर बेटे-बेटियों को स्कॉलरशिप मिलने से आगे की पढाई सुगमता से हो
पायेगी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार का
प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने पर विशेष जोर है। बेटियों की पढ़ाई में
स्कूल की दूरी बाधा ना बने, इसलिए हमने
सरस्वती सायकल योजना की फिर से शुरुआत की है। गरीब परिवारों के बच्चे जो जीवन में
बड़े सपने देख रहे हैं और प्रशासनिक अफसर बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं। ऐसे
अनुसूचित जाति-जनजाति के बच्चों के लिए देश की राजधानी दिल्ली में ट्राइबल यूथ
होस्टल की सुविधा हमारी सरकार दे रही है। हमने इस हॉस्टल की क्षमता को बढ़ाते हुए 80
से 185 सीटर कर दिया है ताकि अधिक से अधिक
बच्चों को दिल्ली में पढ़ाई के लिए निःशुल्क व्यवस्था मिल सके।
इसी प्रकार श्रमवीर परिवारों के बच्चों के उज्ज्वल
भविष्य की चिंता हम कर रहे हैं। इन बच्चों को हम 2 लाख रुपये की
आर्थिक मदद दे रहे हैं, जिसमें एक लाख उन्हें स्कूटी खरीदने
के लिए और 1 लाख की राशि उनकी आगे की पढ़ाई के लिए है।
शिक्षा की गुणवत्ता बढाने के लिए प्रधानमंत्री श्री
नरेंद्र मोदी ने पीएम श्री योजना की शुरुआत की है। छत्तीसगढ़ के 211 स्कूल इस योजना में शामिल हैं, हमें उम्मीद है कि यह
संख्या और बढ़ेगी। पीएम श्री योजना के तहत एक स्कूल को 2 करोड़
की राशि दी जा रही है। इस राशि की मदद से स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ
शिक्षा के गुणवत्ता में भी वृद्धि होगी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा की
गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। हमने नई शिक्षा नीति को
भी लागू कर दिया है। बच्चों की स्किलिंग पर हमारा विशेष जोर है ताकि शिक्षा के साथ
वे रोजगार के लिए भी पूरी तरह से तैयार हों। कार्यक्रम को आईबीसी 24 के चेयरमैन श्री सुरेश गोयल ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर विधायक
श्रीमती भावना वोहरा तथा आईबीसी समूह के सदस्यगण उपस्थित थे।