लोरमी। छत्तीसगढ़
के मुगेंली जिले के ग्राम कोसा बाड़ी से रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हुई मासूम
लाली का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। बच्ची को गुमशुदा हुए पंद्रह दिन बीत
चुके हैं, लेकिन पुलिस के तमाम
प्रयासों के बावजूद उसका कोई पता नहीं चल सका है। इस घटना से पूरे क्षेत्र में
चिंता और आक्रोश का माहौल है। बच्ची की तलाश में सहयोग के लिए अब समाज के लोग भी
आगे आ रहे हैं। लोरमी के सामाजिक कार्यकर्ता कोमल सिंह राजपूत ने लाली का सुराग
देने वाले को 1 लाख रुपए का नगद इनाम देने की घोषणा की है।
वहीं पुलिस अधीक्षक ने 10
हजार रुपए और बिलासपुर रेंज के आईजी ने 30 हजार
रुपए के इनाम की घोषणा की गई है। इस तरह कुल मिलाकर बच्ची का सुराग देने वाले को 1
लाख 40 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की जा
चुकी है। पुलिस की टीमें लगातार सर्च ऑपरेशन में जुटी हैं और आसपास के क्षेत्रों
में भी जांच तेज कर दी गई है। प्रशासन ने आम जनता से भी अपील की है कि यदि किसी को
भी बच्ची के संबंध में कोई जानकारी मिले, तो तत्काल पुलिस को
सूचित करें।
मां के साथ सो रही बच्ची
रात में हुई लापता
उल्लेखनीय है कि ,
मुंगेली जिले के लोरमी थाना क्षेत्र के कोसाबाड़ी गांव का है जहां 7
साल की माहेश्वरी गोस्वामी उर्फ लाली जो कक्षा दूसरी की छात्रा है।
अपने घर के आंगन में एक खाट में अपनी मां पुष्पा के आगोश में सो रही थी। घटना के
दिन ही गांव में शादी का माहौल था। जहां लाली का छोटा भाई हिमांशु खाना खाकर 12
बजे घर लौटा और मां और बहन लाली के साथ सो गया। साथ ही वही कुछ दूरी
पर लाली के पिता जो दिव्यांग है और पैरालिसिस ग्रसित है सो रहे थे। अचानक 2
बजे मां की नींद खुलने के बाद मासूम लाली गायब हो चुकी थी। जिसकी
पतासाजी परिजनों ने अपने स्तर पर किया। जिसकी कोई जानकारी नही हुई। उसके बाद लाली
की मां पुष्पा ने मामले की रिपोर्ट पुलिस में कराई।
एसपी की गम्भीरता,
SIT का गठन
इस मामले की गम्भीरता को देखता हुए
खुद एसपी भोजराम पटेल घटना स्थल पहुचे और घटना के बाद से ही SIT
का गठन कर 7 विशेष टीम मामले की जांच में जुटी
हुई है। परिजन से बारीकी से पूछताछ, तंत्र मंत्र के आधार पर
जांच हुई क्योंकि लाली के घर के करीब ही श्मसान घाट है। 1 बैगा
और कुछ संदिग्ध से कड़ाई से पूछताछ की गई। डॉग स्क्वायड की टीम ने कोशिश की लेकिन
उस दिन बारिश होने से डॉग स्क्वायड की टीम को सफलता नही मिली। साथ ही आसपास के
पूरे क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया गया। सायबर की टीम यानी पुलिस ने हर पहलुओ पर
जांच कर रही है। लेकिन लाली का अब तक कोई ठोस जानकारी नही मिल सका है।
नहीं मिला अब तक कोई
सुराग
इस घटना के बाद से पुलिस की सात
टीमें बच्ची की तलाश में जुटी हैं। लेकिन अब तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी
है। आईजी बिलासपुर डॉ. संजीव शुक्ला खुद लोरमी पहुंचे और थाने में अधिकारियों की
उच्चस्तरीय बैठक लेकर जांच में तेजी लाने को कहा है साथ ही बच्ची की बरामदगी और
आरोपी की गिरफ्तारी पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। बच्ची की तलाश में न
सिर्फ स्थानीय थानों की टीमें, बल्कि
अब बिलासपुर की विशेष टीमें भी शामिल होने वाली हैं। आसपास के गांवों में सर्च
ऑपरेशन चलाया जा रहा है। एक बैगा सहित कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।
सोशल मीडिया के माध्यम से भी तलाशी
हो रही है। घटना को हुए 7 दिन हो
चुके हैं। लेकिन मासूम लाली का अव तक कोई पता नहीं चल सका है। बच्ची की जानकारी को
लेकर गांव में हर कोई बेचैन है। फिलहाल यह घटना को सबसे ज्यादा दो पहलुओ में देखा
जा रहा है। एक तंत्र- मंत्र पर तो दूसरा मानव तस्करी बहरहाल बच्ची कहा, कैसी और किस हालात में है। जिसके लिए पुलिस की लगातार तफ्तीश जारी है। इस पर कब तक सफलता मिलती है यह देखने वाली बात होगी।