October 19, 2022


अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे को मोहन मरकाम ने दी बधाई

खड़गे जी के व्यापक अनुभव का लाभ कांग्रेस को मिलेगा, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव से पार्टी के भीतर लोकतंत्र मजबूत हुआ है

रायपुर। मलिकार्जुन खड़गे को कांग्रेस के राष्ट्रिय अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई देते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि यह लोकतंत्र की जीत है कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की जीत है लगभग 90 प्रतिशत के भारी बहुमत से वरिष्ठ कांग्रेस नेता मलिकार्जुन खड़गे जीते हैं और यह कांग्रेस के आंतरिक लोकतंत्र की जीत है। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष का लोकतांत्रिक ढंग से चुनाव देश के अन्य राजनैतिक दलों के लिये एक नजीर है जो बड़ी-बड़ी बाते तो करती है जिनके दलों में आंतरिक लोकतंत्र नही है यह सिर्फ कांग्रेस में ही संभव है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि मलिकार्जुन खड़गे जैसे नेता केवल कांग्रेस के ही नहीं बल्कि देश के धरोहर हैं। लगभग 50 वर्षों से अधिक का उनका सार्वजनिक जीवन निर्मल और बेदाग रहा है। 1969 में खड़गे जी कर्नाटक के गुलबर्ग शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने और इसके बाद 1972 में पहली बार विधानसभा पहुंचे। वर्ष 2009 तक वह कुल 9 बार विधायक रहे इस बीच 1976 में कर्नाटक में कैबिनेट मंत्री रहे फिर साल 1988 में उन्हें कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया इसके बाद साल 2005 में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने। 2009 में गुलबर्ग संसदीय क्षेत्र से लोकसभा पहुंचे और 2014 में पुनः जीत हासिल की। 2020 में खड़गे जी कर्नाटक से राज्यसभा के लिए चुने गए और फरवरी 2021 में राज्यसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त किया गया था। खड़गे जी के निर्वाचन से पूरे देश में कांग्रेस कार्यकर्ता उत्साहित हैं, उनके व्यापक अनुभव का लाभ कांग्रेस पार्टी को मिलेगा। स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव से पार्टी के भीतर लोकतंत्र मजबूत हुआ है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि स्वयं को पार्टी विद डिफरेंस का दंभ भरने वाली भाजपा में तो कभी पार्टी के अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों का चुनाव नहीं होता। पार्टी के शीर्ष में बैठे हुये चंद नेता जिसे चाहते है अपने सुविधानुसार अध्यक्ष बना देते है। पहले अटल-आडवाणी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर अपनी पसंद के व्यक्ति को नियुक्त करते थे, अब मोदी-शाह वही करते है। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व कमजोर होता है तो संघ अपनी पसंद के व्यक्ति को अध्यक्ष बना देती है। हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को दूसरे कार्यकाल के लिये फिर से भाजपाध्यक्ष बनाने की सहमति बनी लेकिन भाजपा का कोई भी नेता यह नहीं बता सकता कि नड्डा के चुनाव के लिये मतदाता कौन था? उन्होंने नामांकन कब भरा? भाजपा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव कार्यक्रम कब घोषित किया गया? दरअसल भाजपा में लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है। भाजपा मोदी-शाह की जेबी संगठन बन गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा का लोकतंत्र मोदी-शाह की चौखट से शुरू होकर वही पर दम तोड़ देता है। कांग्रेस में ब्लॉक से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित कर चुनाव प्रक्रिया द्वारा पदाधिकारियों का निर्वाचन किया जाता है। भारत में यदि लोकतंत्र की जड़े मजबूत है तो कांग्रेस पार्टी की विचारधारा के कारण है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने मलिकार्जुन खड़गे के अध्यक्ष चुने जाने पर उनसे मिलकर बधाई दिया उनके साथ प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री संगठन अमरजीत चावला तथा युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबोध हरितवाल भी थे।


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