रायपुर। छत्तीसगढ़ के नगरीय निकाय कर्मचारी अनिश्चितकालीन
हड़ताल पर चले गए हैं। ये कर्मचारी 3 माह के वेतन भुगतान, एरियर्स भुगतान
समेत कुल 6 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। जिसको
लेकर 189 नगरीय निकाय के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर
बैठ गए हैं।
इससे पहले भी कर चुके हैं हड़ताल
उल्लेखनीय
है कि, इससे पहले
12 नवंबर से 14 नवंबर तक कर्मचारियों
ने बिलासपुर में हड़ताल किया
था। लेकिन शासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया। नवनियुक्त अधिकारी कर्मचारी कल्याण संघ
के प्रदेश अध्यक्ष राजेश सोनी ने बताया कि, 6 सूत्रीय मांगों
पर शासन कोई सार्थक पहल नहीं कर रहा है। अब तक सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है।
नगरीय निकाय के कर्मचारी आगामी चुनाव में परिवार सहित मतदान में हिस्सा नहीं
लेंगे। कर्मचारियों ने इससे संबंधित प्रपत्र भरवाकर जिला कलेक्टर बिलासपुर और
विभागीय मंत्री नगरीय प्रशासन को पत्र भेजा है।
नगरीय निकाय के अधिकारी नहीं कर रहे आदेश का पालन
प्रांतीय
अध्यक्ष ने बताया है कि, वर्तमान में छत्तीसगढ़ के कई नगरीय निकायों में एक से तीन माह का वेतन
भुगतान लंबित है। इस बारे में विभागीय मंत्री अरूण साव ने नगरीय निकाय के
अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है। राज्य शासन ने 1 तारीख
को वेतन भुगतान करने के लिए आदेश जारी किया है लेकिन निकायों के अधिकारी आदेश का
पालन नहीं कर रहे हैं। इसलिए 184 नगरीय निकाय कर्मचारियों ने
11 दिसंबर 2024 से अनिश्चितकालीन
हड़ताल करने का ऐलान किया है।
ये हैं कर्मचारियों की मांगे
1.लंबित वेतन भुगतान सहित 1 तारीख को ट्रेजरी के जरिए वेतन
भुगतान सुनिश्चित किया जाए।
2. नगरीय निकायों के प्लेसमेंट ठेका पद्धति को खत्म
किया जाए।
3. ओल्ड पेंशन योजना जल्द लागू किया जाए।
4. मृत कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों को अनुकंपा
नियुक्ति दी जाए।
5. 12 वर्ष की सेवा पूरा करने वाले कर्मचारियों को जल्द
ही पदोन्नति का लाभ दिया जाए।
6. छठवें और सातवें वेतनमान की एरियर राशि का भुगतान
शीघ्र किया जाए।