बिलासपुर।
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने चुनाव याचिका पर जवाब नहीं देने पर भिलाई से कांग्रेस
विधायक देवेंद्र यादव पर एक हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। सुनवाई के दौरान
सिंगल बेंच को बताया गया कि, वो एक आपराधिक प्रकरण में जेल में बंद हैं। लेकिन, सोशल
मीडिया पर एक्टिव है। इस पर जस्टिस एनके व्यास ने उनकी गतिविधियों पर केस को
जानबूझकर टालने का प्रयास माना है। दरअसल, भिलाई विधानसभा
क्षेत्र के भाजपा के सीनियर लीडर और पूर्व विधायक प्रेमप्रकाश पांडेय चुनाव हार गए
थे। जिसके बाद उन्होंने देवेंद्र यादव के निर्वाचन को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट
में चुनाव याचिका दायर की है।
याचिका में निर्वाचित
विधायक देवेंद्र यादव पर सत्ता के दुरुपयोग,
मतदाताओं को प्रभावित करने और आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप
लगाया गया है। पांडेय ने याचिका में विधायक यादव के निर्वाचन को शून्य घोषित करने
की मांग की है। इस मामले की सुनवाई जस्टिस राकेश मोहन पांडेय की सिंगल बेंच में
हुई। इस दौरान देवेंद्र यादव को जवाब प्रस्तुत करना था। लेकिन, उनके वकील ने कोर्ट को बताया कि विधायक यादव बलौदाबाजार हिंसा केस में
गिरफ्तार हैं। जेल में रहने के कारण उनसे चर्चा नहीं हो पा रही है। इससे पहले 21
अगस्त को याचिकाकर्ता के वकील ने तीन अंतरिम आवेदन पेश किया था। इस
मामले में देवेंद्र यादव ने अब तक जवाब नहीं दिया है।