रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने राजधानी के नजदीक अभनपुर थाना अंतर्गत आमदी गांव में युवक द्वारा फांसी लगा कर आत्महत्या कर लेने के मामले में रोष व्यक्त करते हुए कहा है कि कांग्रेस के राज में छत्तीसगढ़ शोषण, प्रताड़ना, निराशा, हताशा, हत्या आत्महत्या का प्रदेश बन गया है। कांग्रेस शोषित छत्तीसगढ़ में अब हर कोई हताश, निराश और प्रताड़ित है। कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही। ग्रामीण क्षेत्रों में हालात शहरों की अपेक्षा बेहद खराब हैं। सरकार झूठे दावे करती है कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत है जबकि हकीकत यह है कि ग्रामीण परिवेश के लोग लगातार हताश निराश और प्रताड़ित होकर आत्महत्या कर रहे हैं। ग्रामीण अंचलों में हत्या, सामूहिक हत्याओं की वारदातों की फेहरिस्त साबित कर रही है कि कांग्रेस की सरकार ने ग्रामीण इलाकों का कितना बुरा हाल कर दिया है। 20 हजार से ज्यादा लोग कांग्रेस सरकार के दौरान आत्महत्या कर चुके हैं। ग्रामीण अर्थव्यवस्था के बेहतर होने का दावा करने वाली सरकार की सच्चाई यही है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि जिस गौठान और न्याय योजना के हवा महल कांग्रेस सरकार ने तान रखे हैं, उनकी जड़ें खोखली हैं। गौठान में भी भ्रष्टाचार और उत्पीड़न हो रहा है। अभनपुर इलाके में आत्महत्या करने वाले पवन कुमार निषाद ग्राम आमदी के गौठान समिति के अध्यक्ष रहे हैं। उनके पिता की कुछ ही दिन पहले हत्या होने की खबर है। पुलिस पूछताछ के लिए उन्हें थाने लेकर गई थी। थाने से आने के बाद उन्होंने रात को फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। यह भी खबर है कि गौठान को लेकर गांव में विवाद चल रहा था। इसका सीधा अर्थ है कि सरकार के ये गौठान विवाद का केंद्र बन गए हैं और खुदकुशी का यह मामला भी प्रताड़ना का संदेह व्यक्त कर रहा है। पुलिस और सरकार की व्यवस्था संदेह के दायरे में है। राज्य के गौठानों की अव्यवस्था और खुदकुशी की यह घटना निष्पक्ष जांच की जरूरत पर जोर दे रही है। सरकार इन मामलों की निष्पक्ष जांच कराए और आत्महत्या के लिए मजबूर किसान के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा तत्काल दे।