रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि डॉ. रमन सिंह के बयानों से यह कांग्रेस के आरोप पुख्ता हो गये कि छत्तीसगढ़ में जो ईडी की कार्यवाही भाजपा की राजनीतिक षड़यंत्र का हिस्सा है। भाजपा, कांग्रेस से राजनैतिक लड़ाई नहीं लड़ पा रही इसलिये केंद्रीय एजेंसियों को आगे कर रही। डॉ. रमन सिंह को ये कैसे पता चला कि ईडी को कार्यवाही में क्या-क्या हासिल होने वाला है? ईडी की कार्यवाही पूरी हुई नहीं है, डॉ. रमन सिंह पत्रकार वार्ता लेकर मनगढ़त चीजे सामने ला रहे है, उनका आधार क्या है यह उन्हें स्पष्ट करना चाहिये? छत्तीसगढ़ में पिछले 15 साल तक भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी की सरकार चलाने वाले रमन सिंह को हर जगह भ्रष्टाचार नजर आता है। 15 साल तक छत्तीसगढ़ के पैसे को लूटकर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को पहुंचाने वाले छत्तीसगढ़ के गरीब का पैसा, नान घोटाले का पैसा भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के जेब में डालने वाले डॉ. रमन सिंह अपने भ्रष्टाचार की याद कर रहे। अगुस्ता वेस्टलैंड का पैसा, डीकेएस घोटाला का पैसा, पैनाम पेपर्स का घोटाला तमाम आरोप रमन सिंह के दामन में लगे हुये है। डॉ. रमन सिंह इस प्रकार आरोप लगा रहे है उसके पीछे उनका भ्रष्टाचार है। डॉ. रमन सिंह या भाजपा का यह साहस नहीं है कि पिछले 4 साल में कांग्रेस सरकार पर एक रुपये का प्रमाणित भ्रष्टाचार का आरोप लगा सके। सिर्फ गाल बजाने के सिवाय कांग्रेस सरकार पर एक भी उंगली नहीं उठा सकती। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से पूछा कि क्या ईडी छापामार कार्यवाही करने से पहले रमन सिंह से मुलाकात किए थे? क्या रमन सिंह ने ईडी को भाजपा आईटी सेल के द्वारा बनाई गई स्क्रिप्ट दी है जिस में क्या-क्या जब्ती होगा, क्या-क्या मिलेगा लिखा गया है? भाजपा छत्तीसगढ़ में जन समर्थन खो चुकी है। मुद्दाविहीन हो चुके हैं। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन और प्रदेश के प्रभारियों को बदलकर भी देख लिया जनता का समर्थन हासिल नहीं कर पाए ऐसे में अब भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व केंद्रीय शक्तियों का दुरुपयोग कर राज्य की जन हितैषी सरकार की छवि को धूमिल करने के षड़यंत्र में लगी हुई है पूरा प्रदेश देख रहे हैं कैसे आरएसएस और भाजपा छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की छवि को धुमिल करने के लिए षड़यंत्र कर रहे हैं। अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे है। यह छत्तीसगढ़ के ढाई करोड़ जनता का अपमान है। छत्तीसगढ़ियों का अपमान है। छत्तीसगढ़िया इस अपमान का बदला जरूर लेंगे।