भोपाल : छत्तीसगढ़ में ‘लाल आतंक’ अब अंत की ओर है. नक्सलवाद के खिलाफ
निर्णायक लड़ाई लड़ी जा रही है. वहीं डीआरजी की टीम ने नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोण्डागांव से तीन दिन पहले
अबूझमाड़ के जंगलों में ऑपरेशन चलाया. वहीं 21 मई की सुबह
सुबह सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. सीपीआई (माओवादी) के महासचिव
और शीर्ष नेता नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजु, बीआर दादा,
गगन्ना समेत 27 नक्सली ढेर हो गए. वहीं इस
उपलब्धि को एमपी के सीएम मोहन यादव ने ऐतिहासिक बताया है.
नक्सलियों
और जवानों के बीच हुई मुठभेड़
नारायणपुर में सुरक्षाबलों के जवानों
को बड़ी सफलता मिली. 21 मई की सुबह से
अबूझमाड़ के जाटलूर इलाके में रुक-रुक कर मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में बड़ी संख्या
में मौजूद जवानों ने नक्सलियों की टीम को घेर लिया. इस मुठभेड़ में 27 नक्सली ढेर हो गए. इनमें CC मेंबर भी शामिल थे.
बीआर
दादा, गगन्ना
समेत 27 नक्सली ढेर
इस मुठभेड़ में सीपीआई (माओवादी) को
एक बड़ा झटका देते हुए उसका महासचिव और शीर्ष नेता नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजु,
बीआर दादा, गगन्ना समेत 27 नक्सलियों को DRG की टीम ने मार गिराया.
ये ‘नक्सल-मुक्त भारत’ के
संकल्प में उपलब्धि – मोहन यादव
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ
सुरक्षाबलों को मिली सफलता को लेकर एमपी के सीएम मोहन यादव ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन
यादव ने छत्तीसगढ में खूंखार 27 नक्सलियों
को मार गिराने को ऐतिहासिक बताया है. इस लेकर सीएम ने अपने X अकाउंट पर पोस्ट कर लिखा कि- प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन और आपके
नेतृत्व में मार्च, 2026 तक नक्सलवाद को समूल नष्ट करने के
अभियान के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में सुरक्षा बलों द्वारा खूंखार 27
नक्सलियों को मार गिराने की सफलता ‘नक्सल-मुक्त
भारत’ के संकल्प की सिद्धि में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है.
नक्सलवाद,
मानवता के कलंक और राष्ट्र की प्रगति में सबसे बड़ा अवरोधक है. देश
के विकास और नागरिकों की समृद्धि के लिए इस हिंसक विचारधारा का समूल नाश अत्यंत
आवश्यक है. मुझे प्रसन्नता है कि मध्यप्रदेश सरकार भी नक्सलियों को जड़ से खत्म
करने के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ क्रियाशील है.