November 09, 2024


छत्तीसगढ़ में छठ महापर्व की धूम, घाटों पर दिखा सुंदर नजारा, श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

रायपुर : देशभर समेत छत्तीसगढ़ में भी छठ महापर्व धूमधाम से मनाया गया. छठ पर्व के चौथे और समापन के दिन व्रतियां सूर्योदय होने से पहले ही घाट और तालाबों में एकत्र हुई. सभी ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार की खुशहाली और समृद्धि की कामना की. इसके बाद छठी मैया की पूजा और प्रसाद वितरण के साथ ही छठ महापर्व का समापन हुआ.

रायपुर के महादेव घाट में उमड़ी भीड़

सूर्य देवता और छठी मैया के पूजन के लिए श्रद्धालुओं ने गन्ने और फल चढ़ाए और उत्तर भारत में प्रचलित खास व्यंजन ठेकुआ भी अर्पित किया. आयोजन में शामिल होने बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक घाट में नजर आए. पूजन में शामिल होने और प्रसाद पाने सुबह से घाटों पर भक्तों का तांता लगा. रायपुर के महादेव घाट पर महिलाएं कमर भर पानी में घंटों खड़ीं रहकर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया.

बिलासपुर में छठ घाट में जुटे 50000 से ज्यादा श्रद्धालु

बिलासपुर में देश का सबसे बड़ा स्थाई छठ घाट है. छठ पूजा के दौर में लगभग 50000 से अधिक श्रद्धालु जुटे हैं और उनके बीच बिलासपुर कलेक्टर अवनी शरण भी मौजूद रहे विस्तार न्यू से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए कहते हैं श्रद्धालुओं की सुरक्षा उनकी पहली प्राथमिकता है. यही कारण है कि प्रशासन ने बिलासपुर के तोरवा के छठ घाट पर संरक्षण और सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी लगवाए हैं, पार्किंग की व्यवस्थाएं की गई है. इसके अलावा यह बात की किसी को कोई तकलीफ नहीं हो इसकी भी व्यवस्था की गई है. पूछने पर बताते हैं कि वह भी बिहार के हैं. उनका कर भी पूर्वांचल में है इसलिए सूर्य उपासना और छत की पूजा उनके घर पर भी होती है. साथी अपनी भावनाओं का जिक्र करते हुए कहते हैं की आस्था का पर्व है. इसलिए श्रद्धालुओं की भावनाओं का कद्र करना जिला प्रशासन की तमाम प्राथमिकताओं में एक है. उन्होंने बताया कि इसीलिए ही वे छठ घाट पर मौजूद है ताकि वह हर उस व्यवस्था को देख सके जिनके दावे जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने की है.

सूर्य को अर्घ्य देने उठे हजारों हाथ

बिलासपुर में छठ घाट का पर्व बड़ी उत्साह के साथ मनाया जा रहा है. जिस तरह गुरुवार की शाम डूबते सूर्य को नमन किया गया. इस तरह शुक्रवार की सुबह भी हजारों की संख्या में लोग छठ घाट पर सूरज देव को अर्घ्य देने के लिए एकत्रित हुए. उन्होंने तोरवा घाट पर पूजा अर्चना कर गन्ने का मंडप सजाया और विधि विधान से सूर्य देव की पूजा अर्चना की. इस दौरान पूरा बिलासपुर जैसे उस घाट पर उमड़ गया था. सिर्फ इस भावना के साथ की लोग आए और उनके साथ इस घाट पर सूर्य देव की आराधना करें.

रामानुजगंज में कन्हर नदी में दिखा ऐसा नजारा

छत्तीसगढ़ झारखंड की सीमा पर स्थित बलरामपुर जिले के रामानुजगंज में कन्हर नदी के दोनों किनारो में आज छत्तीसगढ़ और झारखंड दोनों राज्य की छठ उपासकों ने भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर छठ महापर्व का समापन किया. हजारों की संख्या में छठ वर्तियों ने यहां पर भगवान सूर्य की उपासना की. कल शाम को ढलते सूर्य को जहां छठ वर्तियों ने अर्घ्य दिया था. उसके बाद पूरी रात छठ घाट पर ही भगवान सूर्य की आराधना और भजन कीर्तन किया गया. इसके बाद आज सुबह भगवान सूर्य की उपासना शुरू हुई और जैसे ही सूर्य भगवान दिखाई दिए लोगों ने अर्घ्य देना शुरू कर दिया और पूजा पाठ के बाद तीन दिनों का कठिन व्रत संपन्न हो गया इस दौरान लोगों में भारी उत्साह देखने को मिला.


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