कांकेर। छत्तीसगढ़
के वरिष्ठ वकील प्रकाश चंद्र पंत को राज्य अलंकरण पुरुस्कार से सम्मानित किया
जाएगा। छत्तीसगढ़ सरकार ने बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल सम्मान के लिए उनके नाम
का चयन किया है। 83 साल के
प्रकाश चंद्र पंत 60 साल से वकालत के पेशे में हैं और
छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद हाइकोर्ट बार काउंसिल के पहले अध्यक्ष रहे हैं।
प्रकाश
पंत ने 1966 में वकालत की शुरूआत की थी। उस दौरान कांकेर में केवल तहसीलदार का
कोर्ट लगा करता था। उस दौर को याद करते हुए प्रकाश पंत ने बताया कि, हफ्ते में एक बार सिविल जज जगदलपुर से कांकेर आते थे। वहीं क्रिमिनल
मामलों के लिए केस राजनांदगांव ट्रांसफर किए जाए थे। आज के समय में न्यायालय
की संख्या बढ़ने से वकालत आसान हो गई लेकिन वो दौर अलग हुआ करता था। प्रकाश पंत ने
वकालत कांकेर में ही शुरू की थी और 4 बार कांकेर बार
काउंसिल के अध्यक्ष भी रहे।
कांकेर में ला कॉलेज खुलवाने किया था प्रयास
उन्होंने
बताया कि, 1984 में कांकेर में ला कॉलेज खुलवाने अपने साथियों के साथ मिलकर उन्होंने काफी
प्रयास किए थे। उस दौरान कांकेर महाराज भानुप्रतापदेव की मदद से ला कॉलेज प्रारंभ
भी हुआ था। प्रकाश पंत कई मौकों पर छत्तीसगढ़ बार काउंसिल का प्रतिनिधित्व कर चुके
हैं। लंदन में भी एक दफा उन्होंने छत्तीसगढ़ बार काउंसिल का प्रतिनिधित्व
किया था। फिलहाल उनकी उम्र 83 साल हो चुकी है और स्वास्थ्य
भी खराब रहता है लेकिन अभी भी यदि कोई केस उनके पास आता है तो वो अपने दोनों बेटे
जो पेशे से वकील हैं उनकी मदद से केस में लोगों की मदद करते हैं। उनके बड़े
बेटे हाईकोर्ट में वकालत कर रहे हैं।