रायपुर। विधानसभा के मानसून सत्र के पांचवें दिन आज जिला खनिज न्यास की राशि का मामला जोरशोर से उठा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सदन को यह कहते हुए आश्वस्त किया कि गलत होगा तो सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। भाजपा सदस्य सौरभ सिंह, नारायण चंदेल, शिवरतन शर्मा ने जांजगीर चाम्पा जिले में जिला खनिज न्यास की राशि में अनियमितता किये जाने की ओर मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट किया। सौरभ सिंह ने कहा कि जिला खनिज न्यास की राशि में अनियमितता की जा रही है। यह एक जिले का मामला है। ऐसा कई जिलों में भी हो सकता है, हुआ हो। उन्होंने इस मामले में कलेक्टर के कार्य पर सवाल उठाये। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कलेक्टर जब तक रिलीव न हो जाए, तब तक उस पद पर वह कार्य कर सकता है। आर्डर निकलना अलग बात है , ज्वाइन करना दूसरी बात है। जब तक रिलीविंग नहीं हुई, तब तक कलेक्टर कार्य कर सकते हैं। सौरभ सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने माना है कि 28 प्रतिशत राशि कलेक्टर ने 3 दिन के अंदर खर्च की। उसी अवधि में और यह मुख्यमंत्री ने माना है कि 10 प्रतिशत से ज़्यादा की राशि कलेक्टर खर्च नहीं कर सकता। क्या यह नियम विरुद्ध है? मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 करोड़ 31 लाख 85 हज़ार की राशि स्वीकृत हुई है। शिवरतन शर्मा ने कहा कि 21 करोड़ 10 लाख के कार्य कब कब निरस्त किये गए थे? मुख्यमंत्री ने कहा कि सारी जानकारी संस्थान के ऑनलाइन पोर्टल में दर्ज है। अगर गलत जानकारी दी गई है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। नारायण चंदेल ने कहा कि शासी समिति परिषद की बैठक कब-कब की जाती है? मुख्यमंत्री ने बताया कि -शासी परिषद की बैठक साल में 2 बार की जाती है।