रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने विवादों में घिरी रहने वाली अभिनेत्री स्वरा भास्कर को आत्मानन्द स्कूल में आमंत्रित किए जाने पर तीखे सवाल खड़े करते हुए कहा है कि देश के लोगों की आस्था को हमेशा अपने बयानों से पीड़ा पहुंचाने वाली, सदैव घोर विवादित बयान देने के लिए चर्चा में रहने वाली स्वरा भास्कर को बच्चों की शिक्षा के मंदिर आत्मानंद स्कूल बुलाकर कांग्रेस सरकार नई पीढ़ी को क्या सिखाना चाहती है? क्या कांग्रेस सरकार चाहती है कि स्वरा भास्कर छत्तीसगढ़ के बच्चों की रोल मॉडल बने? भाजपा प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि टुकड़े टुकड़े गैंग को समर्थन देने वाली, हिन्दू आतंकवाद जैसे विचार गढ़ने वाली, हिंदुत्व की तुलना तालिबानी से करने वाली, मां शक्ति का अपमान जनक पोस्टर जारी करने वाली मणिमेखला और उनका समर्थन करने वाली तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा का समर्थन करते हुए हिंदुत्व के विरुद्ध जहर उगलने वाली स्वरा भास्कर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हमारे बच्चों को कौन से संस्कार दिलाना चाहते हैं, कौन सी शिक्षा देना चाहते हैं, किस अपसंस्कृति की खाई में धकेलना चाहते हैं, इसका जवाब दें। अब तक मुख्यमंत्री के बापूजी, बापू के राम को गरिया रहे थे। क्या अब मुख्यमंत्री नव प्रयोग से हिंदुत्व के विरोध का वैचारिक दायरा बढ़ा रहे हैं? भाजपा प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि पहली बात तो यह कि पहले से चल रहे स्कूल बंद कर, बिना बिल्डिंग, बिना बजट के आत्मानंद स्कूल खोल दिए। स्कूल खोलने का विरोध नहीं है। विरोध यह है कि पहले से चल रहे स्कूल क्यों बंद कर दिए। भूपेश बघेल सरकार में छत्तीसगढ़ स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में बेहद निचले स्तर पर है। 30 राज्यों में छत्तीसगढ़ से बेहतर स्थिति है। ऐसे में जिस आत्मानंद स्कूल के नाम पर भूपेश बघेल आत्ममुग्ध हैं, वहां स्वरा संस्कृति को न्यौता गया। यह छत्तीसगढ़ संस्कृति के साथ साथ हिंदुत्व का अपमान तो है ही, भावी पीढ़ी के भविष्य के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है।