गीदम : अंतरिक्ष
विज्ञान क्षेत्र से जुड़ी ज्ञान, संभावनाएं एवं रहस्य जानकारी लोगों को जागरूक करने हेतु
विश्व अंतरिक्ष सप्ताह संघ ह्यूस्टन, टेक्सास, यूएसए द्वारा वर्ष 2024 के लिए विश्व अंतरिक्ष
सप्ताह का विषय "अंतरिक्ष एवं जलवायु परिवर्तन" चयनित किया गया है।
यूनिवर्सल विज्ञान, तकनीकि एवं नवाचार परिषद - भारत संस्था
को ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से निःशुल्क आयोजन करने का मौका मिला है। छत्तीसगढ़ में
दंतेवाड़ा केंद्र एवं ओडिशा में कोटपाड़ केंद्र से
केवल एक मात्र आयोजक अमुजुरी विश्वनाथ को विश्व अंतरिक्ष सप्ताह संघ हयूस्टन
टेक्सास यूएसए द्वारा भारत समेत विश्व स्तर पर कार्यक्रम का संचालन करने हेतु
आधिकारिक पुष्टि मिली है।
यूनिवर्सल
विज्ञान, तकनीकि एवं नवाचार परिषद -भारत संस्था के व्यवस्थापक व प्रमुख तथा स्पेस
फाउंडेशन कोलोराडो यूएसए के अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक संपर्क अधिकारी अमुजुरी विश्वनाथ
ने जानकारी दिया कि कार्यक्रम के लिए राष्ट्रीय वैमानिकी और अंतरिक्ष प्रशासन
(नासा), स्पेस फाउंडेशन कोलोराडो यूएसए, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), अंतर्राष्ट्रीय
खगोलीय संघ, अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ, अंतरिक्ष शिक्षा अनुसंधान एवं विकास संथा, डॉ एपीजे
अब्दुल कलाम इंटरनेशनल फाउंडेशन, ग्रीन केयर सोसाइटी इंडिया
और 100 से अधिक देशों ने इस कार्यक्रम आयोजित में जुड़े हैं।
वर्ष 2024 के लिए स्पायर, सिएर्रा नावेदा कॉर्पोरेशन, लॉकहीड मार्टिन, एयरबस, विआसट, एसईएस, वासत, कुवैत इन्वेस्ट को द्वारा प्रायोजित किया गया
और आधिकारिक साझेदार संयुक्त राष्ट्र कार्यालय, स्पेस
फाउंडेशन कोलोराडो यूएसए, वॉइस ऑफ सैटेलाइट इंडस्ट्री,
प्लेनेटरी सोसायटी, स्पेस जेनरेशन सलाहकार
परिषद ऑस्ट्रिया, स्पेस अफ्रीका, एस्टोरॉयड
फाउंडेशन लक्जनबर्ग, एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी ऑफ पेसिफिक,
स्पेसवॉच ग्लोबल एवं डब्लूआईए द्वारा कार्यविधि है। अमुजुरी
विश्वनाथ ने बताया कि विद्यार्थी, शिक्षक, वैज्ञानिक, अंतरिक्ष उत्साही, पत्रकार,
उद्यमी, आम जनता और सामुदायिक संगठन के लिए
विभिन्न विषय पर वेबिनार, सम्मेलन, प्रतियोगिताएं,
पुरस्कार का एक हफ्ता कार्यक्रम 4 से 10
अक्टूबर तक आयोजन किया जारहा है।
प्रतियोगिता
एवं प्रोजेक्ट प्रविष्ठियां भेजने का अंतिम तिथि 12 अक्टूबर रखा गया है। लोगों को अंतरिक्ष विज्ञान, पृथ्वी निकट वस्तुओं, सैटेलाइट, रॉकेट्री, वातावरण के बारे में निःशुल्क प्रशिक्षण,
जानकारी एवं मौका देना और जागरूक करना यह क्रार्यक्रम का उद्देश्य
है।