रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आमंत्रण पर संघ प्रमुख मोहन भागवत माता कौशल्या के मंदिर का दर्शन करने चंदखुरी गये थे। पूरा भरोसा है कि माता कौशल्या के मंदिर दर्शन करके उन्हे प्रसन्नता हुयी होगी। आत्मिक शांति की अनुभूति हुयी होगी। अफसोस है कि उन्हे माता कौशल्या के मंदिर दर्शन के लिये कांग्रेस के औपचारिक निमंत्रण का इंतजार था। भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि एक कांग्रेस के मुख्यमंत्री ने संघ प्रमुख को मंदिर दर्शन के लिये आमंत्रित किया और हिन्दुत्व के स्वयंभू ठेकेदार आरएसएस के प्रमुख अपनी विचारधारा की विश्वसनीयता बचाने के मंदिर दर्शन के लिये मजबूरन जाना पड़ा। कांग्रेस के मुख्यमंत्री के मंदिर दर्शन के आमंत्रण को ठुकराने पर कितनी असहज स्थिति होती, इसको भागवत जी भली भांति जानते हैं। यह सर्व विदित तथ्य है कि छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है और माता कौशल्या का मायका है। ऐसे में स्वयं को हिन्दुवादी संगठन बताने वाले आरएसएस के लोगों में यह भावना खुद ही क्यों नहीं आई कि वे स्वयं होकर माता के मंदिर दर्शन करने जाये आरएसएस का पूरा संगठन एक हफ्ते से छत्तीसगढ़ में था लेकिन उनमें यह धार्मिक भाव नहीं आया। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि माता कौशल्या के मंदिर के दर्शन के बाद क्या मोहन भागवत जी अपने अनुषांगिक संगठन भारतीय जनता पार्टी से पूछेंगे कि 15 साल सरकार चलाने के बाद भी उन्होंने माता कौशल्या के मंदिर की सुध क्यों नहीं लिया? भगवान राम वन गमन पथ की सुध क्यों नहीं ली गयी थी? छत्तीसगढ़ की गौशाला में 15 सालों तक भ्रष्टाचार और गौ हत्या क्यों हो रही थी? माता कौशल्या के मंदिर दर्शन के बाद आत्म अवलोकन करने के बाद संघ प्रमुख को इस बात का एहसास हुआ होगा कि धर्म की स्थापना के लिये विद्वेष नहीं भावना चाहिये। सभी धर्मों के सम्मान के साथ अपनी संस्कृति का संरक्षण किया जा सकता है, जिसको भूपेश बघेल और कांग्रेस की सरकार ने साबित किया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संघ प्रमुख से यह भी अनुरोध किया था कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गायों के संरक्षण के लिये, गौ माता के संरक्षण के लिये चलायी जा रही गोधन न्याय योजना और गौठान का अवलोकन करने जाये साथ ही भारत के नौनिहालों के लिए चलायी जा रही स्वामी आत्मानंद मुफ्त अंग्रेजी माध्यम स्कूल भी अवलोकन कर लेना चाहिये था उन्हें खुशी होगी, देश में ऐसी भी सरकार है जो गायों के संरक्षण के साथ-साथ भारत के भविष्य निर्माण के लिये भी काम कर रही है।