दुर्ग : भारत के इतिहास में पहली बार
ऐसी हिंसा हुई होगी जिसमें कलेक्टर और एसपी ऑफिस को आग में फूंक दिया गया होगा.
इसके साथ ही सैकड़ो वाहनों को जला दिया गया होगा. ऐसा छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार
जिले में हुआ था जिसके बाद पुलिस लगातार इस घटना में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर
रही थी, लेकिन छत्तीसगढ़ की
राजनीति में उस समय भूचाल आ गया जब बलोदा बाजार पुलिस ने भिलाई नगर से कांग्रेस
एमएलए देवेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद कांग्रेस ने देवेंद्र यादव की
गिरफ्तारी को लेकर प्रदेश भर में आंदोलन करने का ऐलान कर दिया. लेकिन इस आंदोलन
में अब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और दुर्ग के एसपी जितेंद्र शुक्ला आमने-सामने
हो गए हैं. भूपेश बघेल ने तो एसपी जितेंद्र शुक्ला को गुंडा तक कह दिया है|
देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के बाद
कांग्रेस का हल्ला बोल
दरअसल जब विधायक देवेंद्र यादव बलौदा
बाजार हिंसा के मामले में गिरफ्तार हुए तब कांग्रेस के पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज
में ऐलान कर दिया कि पूरे प्रदेश भर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करेंगे. इसके बाद
हर जिले की जिम्मेदारी वहां के बड़े नेताओं को सौप गया, वही दुर्ग जिले में धरना
प्रदर्शन की जिम्मेदारी पूर्व मुख्यमंत्री भुपेश बघेल को सौपीं गई. 24
अगस्त को जब भुपेश बघेल अपने भिलाई 3 निवास से
दुर्ग धरना में शामिल होने जा रहे थे उसी दरमियान सिरसा गेट चौक पर बजरंग दल के
लोगो ने भुपेश बघेल के काफिले को रोक दिया, इसके बाद पूर्व
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपनी कार से उतरकर पैदल बजरंग दल के लोगों से बात करने के
लिए पहुंचे, लेकिन बजरंग दल के लोगों ने नारेबाजी करने लगे
इसके बाद भूपेश बघेल खुद अपने काफिले को आगे जाने का रास्ता दिखाया. इसके बाद अपने
कार में आकर बैठ गए|
इसी दरमियान भीड़ से एक आवाज आई
जिसमें एक व्यक्ति ने कहा भूपेश बघेल मुर्दाबाद इसके बाद भूपेश बघेल फिर अपने कार
से उतरे और उतरकर उन्होंने कहा कि कौन है कौन है आ जाओ आ जाओ इसके बाद में फिर
दुर्ग में धरना स्थल पर शामिल होने के लिए पहुंच गए. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
ने सभा को संबोधित करते हुए दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला को गुंडा कह दिया,
उन्होंने कहा कि दुर्ग के एक प्रतिष्ठित स्कूल में इतना बड़ा कांड
होता है लेकिन कोई भी लोग सामने नहीं आ रहे हैं लोगों को धमकाया जा रहा है अगर कोई
सामने आएगा तो उनको छोड़ नहीं जाएगा. भूपेश बघेल ने मंच से ही कह डाला की दुर्ग
एसपी जितेंद्र शुक्ला का इतना दहशत है कि लोग सामने नहीं आ रहे हैं. दुर्ग एसपी
गुंडा है भूपेश बघेल ने मंच से ही कहा कि दुर्ग एसपी यह जान ले यह दुर्ग जिला है
यहां कई आए, कई गए, कई तुर्रम खान आए
लेकिन यहां टिक नहीं पाए|
दुर्ग में भूपेश बघेल ने एसपी को
बताया गुंडा
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के
काफिला को बजरंग दल के लोगो के द्वारा रोके जाने को लेकर कांग्रेस के नेता दुर्ग
एसपी जितेन्द्र शुक्ला के पास पहुंचे और ज्ञापन सौपा. जिसमे उन्होंने कहा कि जो भी
लोग पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का काफिला रोक है उन्हें 48
घंटे के अंदर गिरफ्तार करें, नहीं तो हम धरना
प्रदर्शन करेंगे और भिलाई तीन थाने का घेराव करेंगें. 48 घंटा
बीत जाने के बाद 27 अगस्त को कांग्रेस ने भिलाई तीन थाना का
घेराव करने का आयोजन कर दिया. सिरसा गेट चौक पर एक सभा आयोजित किये उसके बाद
कांग्रेसी भिलाई तीन थाना घेराव करने के लिए आगे बढ़ गए. इस दरमियान भारी संख्या
में पुलिस बल भिलाई 3 थाना के बाहर खड़ी थी और जैसे ही
कांग्रेस के नेता भिलाई 3 थाना के पास पहुंचे पुलिस बल ने उन
पर लाठी बरसाना शुरू कर दिया|
प्रदर्शनकारियों को दौड़ा –
दौड़ा कर खदेड़ा. इस दरमियान कांग्रेस और पुलिस के जवान भी घायल हुए
इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस लाठी चार्ज को गुंडागर्दी बताते हुए
कहा कि धरना और थाना घेराव करने के लिए एसडीएम को लेकर सूचना दे दी गई थी लेकिन
पुलिस जबरदस्ती गुंडागर्दी करते हुए कांग्रेस के लोगों को जानबूझकर मारा है. जब
अनुमति ली गई थी तो लाठी चार्ज क्यों किया गया. कांग्रेस के कार्यकर्ता शांतिपूर्ण
तरीके से अपना धरना प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन पुलिस ने बर्बरता पूर्वक उन पर लाठी
चार्ज किया है. पुलिस की इस कार्रवाई से हम डरने वाले नहीं हैं यह लड़ाई और आगे
जाएगी|
एसपी जितेंद्र शुक्ला ने कही ये बात
इधर दुर्ग के एसपी जितेंद्र शुक्ला
का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का काफिला रोक जाने के मामले में हमने
11 लोगों को गिरफ्तार किया था उसके बाद
चार और लोगों को गिरफ्तार किया, चूँकि जमानती धारा था इसलिए
सभी को छोड़ दिया गया. इसकी सूचना हमने कांग्रेस के नेताओं को भी दी थी और कहा था
कि आप अपना धरना प्रदर्शन और थाना घेराव का कार्यक्रम स्थगित कर दे और जो भी
ज्ञापन देना है वह सभा स्थल पर ही दे दे, लेकिन फिर भी
कांग्रेस के लोगों ने भिलाई तीन थाना घेरने का प्रयास किया जिस पर पुलिस बल ने
उन्हें खदेड़ा है और लाठी चार्ज किया है. इसी मामले में कांग्रेस के नेता कृष्णा
चंद्राकर सहित अन्य कांग्रेस के नेता एक युवक को पड़कर थाने लाए थे और उनसे मारपीट
की है, इस मामले में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ और अपहरण का
मामला दर्ज किया गया और उनकी तलाश जारी है|