रायपुर : उप मुख्यमंत्री
श्री अरुण साव आज छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू अधिकारी-कर्मचारी सम्मेलन एवं सम्मान
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने रायपुर के पंडित दीनदयाल
उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में अपने उत्कृष्ट कार्यों से साहू समाज
का नाम रोशन करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को सम्मानित किया।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कार्यक्रम को संबोधित
करते हुए कहा कि साहू समाज सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है। हमारा समाज हर
क्षेत्र में अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहा है। छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा समाज होने के
नाते सभी समाजों को साथ लेकर चलने की जिम्मेदारी भी हमारी है। उन्होंने पहली बार
आयोजित प्रदेश साहू अधिकारी-कर्मचारी सम्मेलन एवं सम्मान समारोह को ऐतिहासिक एवं
गरिमामय बताते हुए इसके आयोजन के लिए समाज के पदाधिकारियों को बधाई दी।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कहा कि साहू समाज को और
ज्यादा संगठित होकर सही नेतृत्व के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। हमारे समाज की प्रतिभाओं
को प्रदेश और देश की प्रतिभा बनाने की जिम्मेदारी समाज की है। साहू समाज को नई सोच
और जज्बे के साथ आगे बढ़ना है। उन्होंने समाज के संगठन में महिला और युवा प्रकोष्ठ
के साथ ही अन्य प्रकोष्ठों के गठन पर जोर दिया।
छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के अध्यक्ष श्री टहल सिंह
साहू ने कहा कि समाज के अधिकारी-कर्मचारी बुद्धिजीवी वर्ग का प्रतिनिधित्व करते
हैं। समाज को सही दिशा दिखाने का दायित्व बुद्धिजीवी वर्ग का है। साहू समाज ने
पिछले कुछ वर्षों में सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए सार्थक कदम उठाए हैं।
हमें आगे भी इसे जारी रखना है। सामाजिक संगठन में योग्य लोगों की सहभागिता बढ़ाने
के लिए हमारी निर्वाचन प्रणाली को बदलने की जरूरत है। उन्होंने प्रदेश में साहू
समाज के लोगों की सही संख्या का पता लगाने साहू समाज द्वारा सामाजिक जनगणना का
सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि हमारे समाज को ऐसा काम करना है जिसका अनुसरण अन्य
समाज भी करे।
छत्तीसगढ़ साहू
अधिकारी-कर्मचारी सम्मेलन एवं सम्मान समारोह को विधायक सर्वश्री भोलाराम साहू, ईश्वर साहू, दीपेश साहू,
इंद्र कुमार साहू, रोहित साहू, संदीप साहू, मोतीलाल साहू और पूर्व मंत्री श्री
चंद्रशेखर साहू ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में प्रदेश साहू संघ के उपाध्यक्ष
श्री भुनेश्वर साहू, महामंत्री श्री दयाराम साहू और श्री लखन
साहू, युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्री पवन साहू, डॉ. नारायण साहू, इंजीनियर यशवंत साहू, श्री घनश्याम साहू और भागवत कथा वाचिका सुश्री यामिनी साहू सहित साहू समाज
के अनेक पदाधिकारी तथा अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।