रायपुर| रायपुर के नए कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भूरे का फोकस शासन की फ्लैगशिप गोधन न्याय योजना पर है। मंगलवार को कलेक्टोरेट में हुई बैठक में उन्होंने इस योजना के तहत किए जा रहे काम काज की समीक्षा की। कुछ जगहों पर अफसर कोई मॉनिटरिंग न होने की सूरत में लापरवाही कर रहे थे। ऐसे अफसरों को कलेक्टर ने नोटिस जारी कर दिया। दो टूक सभी से कह दिया कि गोधन न्याय योजना में किसी तरह की लापरवाही न करें। गोबर खरीदी में गड़बड़ी और वर्मी कम्पोस्ट बनाने के काम में धीमी गति डॉ भूरे को रास नहीं आई। उन्होंने अभनुपर के एसएडीओ और चांपा के आरएईओ को नोटिस जारी करवा दिया है। ये कारण बताओ नोटिस अफसरों को एक चेतावनी की तरह है, इसके बाद भी लापरवाही मिली तो कलेक्टर ने कार्रवाई करने की बात कही है। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि गौठानों में आवक के हिसाब से लगातार गोबर खरीदी करें। चेताते हुए कहा कि गौठानों में गोबर खरीदी नही करने की शिकायत मिलने पर संबंधित प्रभारी के विरूद्ध भी कार्रवाई की जाएगी। कई गौठानों में अपेक्षित मात्रा से कम गोबर खरीदी पर कलेक्टर भड़क गए, गौठानों में बने वर्मी टैंक के खाली रह जाने की भी अधिकारियों से जानकारी ली। लापरवाही मिलने पर अभनुपर विकासखंड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एच.सी साहू और तिल्दा-चांपा के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी अमित लकरा को नोटिस दे दिया। अब रायपुर के कलेक्टर ने जिले के गौठानों में गोबर की खरीदी को बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने कहा एक महीने में गौठानों में अभी की स्थिति से 10 प्रतिशत तक गोबर खरीदी बढ़ाया जाना चाहिए। गोबर खरीदी में छोटे और गरीब किसानों को प्राथमिकता देने को कहा। इसके अलावा उन्होंने फिर से वर्मी कम्पोस्ट बनने इसे बेचे जाने की स्थिति का रिव्यू करने की बात कहते हुए बैठक खत्म की।