रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा में बड़ा अंतर है। कांग्रेस पार्टी भानूप्रतापपुर के उपचुनाव में दिवंगत मनोज मंडावी की पत्नी जो शिक्षिका थी उनको अपना उम्मीदवार बनाई है और भानूप्रतापपुर विधानसभा के 1 लाख 1 हजार से अधिक महिला मतदाताओं का सम्मान की है वहीं भाजपा ने 15 साल के मासूम बच्ची अबोध बालिका के साथ रेप गैंगरेप और पॉस्को एक्ट के आरोपी ब्रम्हानंद नेताम को प्रत्याशी बनाकर भानुप्रतापपुर के माता बहनों बेटियों का अपमान किया है। भानुप्रतापपुर विधानसभा की मतदाता भाजपा के इस घिनोने चरित्र को देख रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा ने जिस प्रकार से एक रेप के आरोपी को भानुप्रतापपुर के उपचुनाव में प्रत्याशी बनाया है इससे समझ में आ जाता है कि भाजपा के पास भानूप्रतापपुर उपचुनाव में उम्मीदवार नहीं था कोई भाजपा के टिकट और निशान पर चुनाव नहीं लड़ना चाहता था। भाजपा नेताओं का चरित्र ही है अपराधी को बचाने प्रदर्शन करना अपराधियों को संरक्षण देना अब भानुप्रतापपुर उपचुनाव में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जो बेटी बचाओ का नारा लगाते तो हैं लेकिन काम अपराधियों को बचाने के लिए करते हैं। बलात्कारी रेप के आरोपी के लिए वोट मांग रहे हैं। बलात्कारी के लिए जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं। इससे ज्यादा बेशर्मी की प्रकाष्ठा और क्या हो सकती है। जिस रेपिस्ट को भाजपा को झारखंड की पुलिस के सुपुर्द करना चाहिए। उस रेप के आरोपी के लिए भाजपा के नेता और कमल निशान वोट मांग रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा की मासूम बच्ची के रेप के आरोपी भाजपा प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम और उसके सहयोगी भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला कोषाध्यक्ष दीपांकर सिन्हा आज भी भाजपा के प्राथमिक सदस्य हैं। भाजपा के पदाधिकारी है भाजपा ने उन पर कोई कार्यवाही नहीं किया है और उल्टा भानूप्रतापपुर की जनता को चिढ़ाने के लिए एक अपराधी के लिए वोट मांगने भाजपा के नेता जा रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भानूप्रतापपुर उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी रिकार्ड मतों के साथ जीत दर्ज कराएगी और भाजपा के बलात्कारी प्रत्याशी का जमानत जप्त होगा। भाजपा के इस काले करतूत का जवाब भानुप्रतापपुर विधानसभा की जनता देगी और 2023 के चुनाव में भी भाजपा को अपने इस हरकतों के लिए सजा भुगतना पड़ेगा।