रायपुर। पंद्रह सालों तक सहकारिता को बर्बाद करने वाले भाजपा के नेता किस नैतिकता से राज्य में सहकारिता के क्षेत्र में बदलाव पर सवाल खड़ा कर रहे है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का चरित्र अलोकतांत्रिक है तथा भाजपा कभी भी सहकारिता को जन आंदोलन नहीं बनने देना चाहती है। रमन राज में भाजपा ने प्राथमिक सोसायटियों को नष्ट करने का षड़यंत्र रचा था। भाजपा संघपोषित संस्थाओं को प्रश्रय देने के लिये आम किसान और अन्य सहकारी समितियों को पीछे धकेलने का काम करती है। भारतीय जनता पार्टी के शासन काल में सहकारी सोसायटियां कर्ज में डूबी हुई थी, डिफाल्टर हो चुकी थी, राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सारी की सारी सोसायटियां कर्ज मुक्त होकर फायदे में आ गयी है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में प्राथमिक सोसायटियों की संख्या 1333 थी। कांग्रेस के राज्य में सोसायटियों की संख्या बढ़कर 2247 हो गयी। इन्हीं सोसायटियों की बदौलत छत्तीसगढ़ में रिकार्ड धान की खरीदी हो रही है। सहकारिता की बात करने वाले भाजपा नेता जवाब दें। भाजपा ने रमन राज के 15 सालों में मंडियों का चुनाव क्यों नहीं करवाया था? नगर पंचायतों में चुनाव क्यों नहीं करवाया था? वनोपज संघो को भी भाजपा सरकार ने बर्बाद करके रखा था। प्रदेश में हर वर्ष धान खरीदी का रिकॉर्ड सहकारी समितियों के सहयोग से बन रहा। आज राज्य में 65 लघु वनोपजों की खरीदी हो रही है तो प्रदेश में सहकारिता की मजबूती से संभव हुआ है।