रायपुर| मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान आज डौण्डीलोहारा विधानसभा के कुसुमकसा पहुंचे वहां उन्होंने आमजनता से भेंट-मुलाकात कर शासकीय योजनाओं की क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी ली। कुसुमकसा में आमजनों एवं जनप्रतिनिधियों के आग्रह पर ग्राम कुसुमकसा में सर्व सुविधा युक्त आदिवासी भवन का निर्माण करवाने, डौंडी में पृथक से एस.डी.एम. की पदस्थापना करने, ग्राम चिखली, पटेली, कुआंगोंदी के हायर सेकेंडरी स्कूल में अतिरिक्त कक्ष का निर्माण कराने और ग्राम उकारी और कारूटोला में नवीन पंचायत भवन का निर्माण कराने, ग्राम सिंघोला में उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए नये भवन का निर्माण के अलावा ग्राम नर्राटोला में नवीन कन्या हाईस्कूल खोलने, कुसुमकसा में स्वास्थ्य केन्द्र (20 सीटर) खोलने की घोषणा की। श्री बघेल से कुसुमकसा निवासी 70 वर्षीय श्रीमती आश्रिता दयाल ने खराब आर्थिक स्थिति की जानकारी देते हुए मदद का निवेदन किया। इस पर मुख्यमंत्री ने संवेदनशीलता दिखाते हुए श्रीमती दयाल को एक लाख रूपए की सहायता देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान गोबर विक्रेता पोषण धनकर ने बताया कि 540 क्विंटल गोबर बेचाकर 1 लाख 8 हजार रूपए प्राप्त किए, जिससे उन्होंने 2 भैंस खरीदा। श्रीमती प्रेमबती देवांगन ने बताया कि वह बिहान समूह से जुड़कर मशरूम का उत्पादन कर रही है। सराईटोला गोठान में अच्छा काम चल रहा है। गोधन योजना के माध्यम से उन्हें आय का साधन मिला, इससे जो कमाई हुई, उससे स्कूटी खरीदी। श्रीमती देवांगन ने मुख्यमंत्री से ई-रिक्शा देने का आग्रह किया। इस पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को प्रावधान अनुसार ई-रिक्शा देने के निर्देश दिए। कुसुमकसा की लीला धनकर ने बताया कि मुख्यमंत्री सुपोषण योजना से लाभान्वित होकर उनका बेटा कुपोषण से मुक्त हो गया है। आंगनबाड़ी में मिलने वाली पौष्टिक आहार से उनके बेटे के वजन 9 किलो ग्राम हो गया। 6 माह पहले वह गंभीर कुपोषित था। इस योजना के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। साथ ही सुश्री ज्योति चक्रधारी ने कहा कि कराटे के राष्ट्रीय प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल मिला है और अब वह अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता ओलंपिक हिस्सा लेकर पदक जीतना चाहती है। मुख्यमंत्री के प्रति कुसुमकसा निवासी श्रीमती अमायन नागवंशी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि-आप छत्तीसगढ़ की जनता की अभिभावक बनकर सेवा कर रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वे राज्य की जनता की सेवा कर रहे हैं, यह उनका दायित्व है। भेंट-मुलाकात के दौरान ग्राम कुसुमकसा के बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।