हां मैं डरता
हूं कहीं मैं हार न जाऊं.....
डर लगता है
मुझे कहीं मैं हार न जाऊं।
अपने कर्तव्यों
का निर्वहन करने मे कमजोर न पड़ जाऊं।।
हां डर लगता
है मुझे कहीं मैं हार न जाऊं.......
जब करता हूं
खुद को अकेला और असहाय महसूस तो कहीं मैं भाग न जाऊं।।
हां डर लगता
है मुझे कहीं मैं हार न जाऊं.......
छोटी सी जिंदगी
है लेकिन संघर्ष बड़ी है इस भागम भाग मे मैं कहीं पीछे न रह जाऊं।।
हां डर लगता
है मुझे कहीं मैं हार न जाऊं.......
उम्र भले
ही छोटी है मेरी पर तजुर्बे बड़े हैं कहीं मैं ज्यादा समझदार न हो जाऊं।।
हां डर लगता
है मुझे कहीं मैं हार न जाऊं.......
वक्त से पहले
और न ही अब तक ऐसा कुछ भी पाया नही जिसे खो कर रोता जाऊं।।
हां डर लगता
है मुझे कहीं मैं हार न जाऊं.......
अपनी जिम्मेदारियों
से थक न जाऊं।।
हां डर लगता
है मुझे कहीं मैं हार न जाऊं.......