रायपुर। राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (आरआरवीयूएनएल) ने छत्तीसगढ़ सरकार को आधुनिक सुविधाओं से युक्त 100 बिस्तरों वाला मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल बनाने का प्रस्ताव दिया है। भविष्य में यह अस्पताल सरगुजा जिले के ग्रामीण अंचल के उदयपुर में खुलेगा, जिससे भविष्य में स्थानीय लोगों को आपात स्थिति में जिला मुख्यालय अंबिकापुर न जाना पड़े और मरीजों का कीमती समय बचे।
छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए आरआरवीयूएनएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आर के शर्मा ने सरगुजा कलेक्टर और छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन के साथ इस महत्वाकांक्षी योजना पर चर्चा की। गौरतलब है कि राजस्थान निगम आरआरवीयूएनएल को केंद्र सरकार द्वारा सरगुजा में तीन खदानें आवंटित की गई थीं।
राजस्थान अपनी तीनों खदानों को लागू कर इसे बिजली के लिए ईंधन के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश कर रहा है। परिणामस्वरूप छत्तीसगढ़ के पिछड़े क्षेत्रों में हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं, जिसके भविष्य में और बढऩे की उम्मीद है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य को राजस्व में भी भारी वृद्धि मिलेगी, जिससे सरकार अपनी जनकल्याणकारी योजनाओं को बढ़ावा दे सकेगी।
आरआरवीयूएनएल पहले से ही खान परियोजनाओं के क्षेत्र में अपने सामाजिक सरोकारों के तहत विभिन्न विकासोन्मुखी कार्यक्रम चला रहा है। इसमें मुख्य रूप से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका संवर्धन और ग्रामीण बुनियादी ढांचे के विकास के लिए कई कार्यक्रम चलाए जाते हैं। इसी कड़ी में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 100 बिस्तरों वाले अस्पताल की यह पहल क्षेत्र के ग्रामीणों को उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने में मील का पत्थर साबित होगी।
अस्पताल का निर्माण कराने के लिए आरआरवीयूएनएल ने छत्तीसगढ़ शासन से जमीन मांगी है। सरगुजा जिले के कलेक्टर को पत्र लिखकर अस्पताल निर्माण के लिए चार हेक्टेयर शासकीय भूमि आवंटन की मांग की गयी है। आरआरवीयूएनएल से ग्राम गुमगा या उसके आसपास के क्षेत्र में भूमि आवंटित करने का अनुरोध किया गया है, जो कि आदेशित शर्तों के तहत कोयला परियोजना का एक हिस्सा है।