रायपुर
: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास में
नवगुरुकुल और नेतृत्व साधना केंद्र की बालिकाओं के साथ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र
मोदी द्वारा प्रस्तुत लोकप्रिय मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन
की बात’ की 120वीं कड़ी का श्रवण किया।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर, विधानसभा
अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, कैबिनेट मंत्री श्री केदार कश्यप,
विधायक श्री किरण देव और विधायक श्री पुरंदर मिश्रा की गरिमामयी
उपस्थिति रही।
मुख्यमंत्री श्री साय ने चैत्र
नवरात्रि के शुभ अवसर पर बालिकाओं के साथ आत्मीय संवाद किया और उन्हें उनके
उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि मन की बात कार्यक्रम आज
देश की जनता को जागरूक बनाने का सशक्त मंच बन चुका है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र
मोदी इस कार्यक्रम के माध्यम से विशेष रूप से छात्रों और युवाओं को कड़ी मेहनत,
नवाचार और सकारात्मक सोच की प्रेरणा देते हैं। यदि हम सकारात्मक
दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ें, तो समाज और जीवन में बड़ा
परिवर्तन संभव है।
भारतीय संस्कृति,
नवाचार और सामाजिक समरसता का संवाहक
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि ‘मन की बात’ भारतीय संस्कृति, लोक
परंपराओं और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने वाला मंच है। उन्होंने बताया कि यह
कार्यक्रम जनता से सीधे जुड़ने का सशक्त माध्यम बन चुका है, जिसमें
देश के नवाचार, जन भागीदारी, प्रेरक
कहानियाँ, जल संरक्षण, योग, आयुर्वेद और वीर सैनिकों सहित खिलाड़ियों और वैज्ञानिकों के योगदान को उजागर
किया जाता है। मुख्यमंत्री श्री साय ने बच्चियों से अपील की कि वे इस कार्यक्रम से
प्रेरणा लेकर अपने सपनों को आकार देने के लिए संकल्पबद्ध होकर आगे बढ़ें।
नवगुरुकुल और नेतृत्व
साधना केंद्र की बालिकाओं से आत्मीय भेंट
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बालिकाओं
से संवाद करते हुए उनके मेहनत और संकल्प की सराहना की। उन्होंने कहा कि आप सभी
तकनीकी प्रशिक्षण के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटी हैं। मुझे
पूरा विश्वास है कि आप सभी बेटियाँ जीवन में अवश्य सफल होंगी। आप सबकी उपलब्धियों
में सहभागी बनना मेरे लिए गर्व का विषय है। बालिकाओं ने भी मुख्यमंत्री श्री साय
से संवाद करते हुए अपने अनुभव साझा किए और मुख्यमंत्री निवास में बिताए गए इन खास
पलों को यादगार बताया।
तकनीकी प्रशिक्षण और
प्रशासनिक तैयारी की नई उड़ान
नवगुरुकुल संस्था की छात्रावास
अधीक्षिका सुश्री रेणुका चंदन ने जानकारी दी कि नवगुरुकुल से निकले कई
छात्र-छात्राएं आज बैंगलोर और हैदराबाद की प्रमुख आईटी कंपनियों में कार्यरत हैं।
इसी तरह नेतृत्व साधना केंद्र में सीजीपीएससी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी
करवाई जाती है। यहाँ रहने वाले बच्चों को निःशुल्क आवास और भोजन की सुविधा दी गई
है। इस वर्ष केंद्र के 11 बच्चों ने पीएससी
की प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण की है और वे अब मुख्य परीक्षा में भाग लेंगे।
उल्लेखनीय है कि रायपुर जिला प्रशासन के सहयोग से संचालित नवगुरुकुल संस्थान में
बच्चों को सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, कोडिंग एवं डिकोडिंग का
प्रशिक्षण दिया जा रहा है।