रायपुर/पंजाब।
जलियांवाला बाग पहुंचे भूपेश बघेल ने अमर बलिदानियों को नमन किया। x पोस्ट कर उन्होंने लिखा, आज के ही दिन वर्ष 1919 में जनरल डायर ने निहत्थे
लोगों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई और पूरे देश को झकझोर दिया। जलियांवाला बाग के
अमर बलिदानियों को हम भारतवासी सदैव अपनी स्मृतियों में समाहित रखेंगे।
जलियांवाला बाग
का नाम सुनते ही भारत के स्वतंत्रता संग्राम का वह खौफनाक और दुखद पल आंखों के
सामने आ जाता है, जब
सैकड़ों निर्दोष भारतीयों को बिना किसी चेतावनी के मौत के घाट उतार दिया गया था।
यह घटना भारत के स्वतंत्रता आंदोलन का एक अहम मोड़ बन गई थी। आज 13 अप्रैल को जलियांवाला बाघ हत्याकांड की बरसी होती है।
इस हत्याकांड की दुनिया भर में निंदा
हुई। महात्मा गांधी ने इसके विरोध में असहयोग आंदोलन शुरू किया। रवींद्रनाथ टैगोर
ने अपना नाइटहुड सम्मान लौटा दिया। इस घटना ने भारतीयों के दिल में ब्रिटिश सरकार
के खिलाफ गुस्से की ज्वाला और भी तेज कर दी। आज भी यहां उस काले दिन के निशान अपनी
गवाही दे रहे हैं।