रायपुर| मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि 100 ट्रैक्टर पैरा दान कर सुरगी के किसानों ने मिसाल प्रस्तुत की है, जो दूसरों के लिए अनुकरणीय है। किसानों द्वारा पैरा दान कर गोधन न्याय योजना में सहभागिता का अच्छा कार्य किया गया है। मुख्यमंत्री ने राजनांदगांव विधानसभा के ग्राम सुरगी में भेंट-मुलाकात के मंच से पैरा दान करने वाले गांव के किसानों को बधाई दी। उन्होंने ग्रामीणों से ताली बजवाकर इन किसानों को प्रोत्साहित किया। इसके पहले सुरगी पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने हरी झण्डी दिखाकर पैरा दान करने वाले किसानों के 100 ट्रैक्टरों को गौठान के लिए रवाना किया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण के साथ भेंट-मुलाकात कार्यकम की शुरुआत की। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने सुरगी में भेंट मुलाकात के दौरान आम जनता से राज्य शासन की योजनाओं की मैदानी स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जो किसान अपने खेतों में और बाड़ियों में वर्मी कंपोस्ट का उपयोग कर रहे हैं, वे जैविक खेती के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराएं, इससे उनकी उपज का अच्छा मूल्य मिलेगा। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से चर्चा के दौरान उन्हें शासन की योजनाओं की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने किसानों की कर्ज माफी की, किसानों के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना लेकर आए, महिलाओं का राशन कार्ड बनवाया और भूमिहीन मजदूरों के लिए राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना लेकर आए। इस योजना में भूमिहीन मजदूरों सहित चिन्हित लोगों को सालाना सात हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों की मांग पर क्षेत्र के विकास के लिए अनेक महत्वपूर्ण घोषणाएं की। सुरगी में जिला सहकारी बैंक की शाखा खोलने, सुरगी हाईस्कूल मैदान के विकास और लाइटिंग, हरदी-सुरगी सड़क की प्रशासकीय स्वीकृति देते हुए सोमनी-नवागांव सड़क के जीर्णाेद्धार, सूखा नाला बैराज से आलीखूंटा तक सिंचाई सुविधा और नाली निर्माण, तोरणकट्टा के आश्रित गांव मनकी में धान खरीदी केंद्र खोलने, भरेगांव के बूढ़ादेव तालाब में सौंदर्यीकरण और पचरी निर्माण, ग्राम सिंघोला में भानेश्वरी मंदिर जीर्णाेद्धार और तालाब सौंदर्यीकरण, रानीतराई में हाईस्कूल में दो अतिरिक्त कक्ष तथा धामनसारा स्कूल में एक अतिरिक्त कक्ष के निर्माण की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम किसानों को नुकसान नहीं होने देना हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है। कोरोना संकट के दौरान भी हम आपके साथ खड़े रहे। आपको सहयोग करते रहेंगे। भेंट-मुलाकात के दौरान रानीतराई निवासी गंगा राम साहू ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को बताया कि एक एकड़ के लिए कर्जा लिया था। सब माफ हो गया। धान का पैसा लगातार मिल रहा है। उपरहा अर्थात एक्स्ट्रा पैसे का क्या कर रहे हो, पूछने पर गंगा राम ने बताया कि जो लाभ हुआ उससे गन्ना लगा लिया। गंगा राम ने पूछा कि मैं राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ लेते हुए चंदन का पौधा लगाना चाहता हूँ। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा, जरूर लगाएं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा राशन कार्ड के सम्बंध में पूछने पर सुरगी की कमलेश्वरी बाई ने बताया मुफ्त में अभी चावल मिल रहा है। मेरे परिवार में 4 सदस्य हैं। 28 किलो चावल मिलता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ ही ऐसा राज्य है जहां इतना सस्ता राशन है। हम लोग आपकी जेब में राशि डालने का कार्य कर रहे हैं। संस्कार सहायता समूह की महिलाओं ने गोबर बेचकर कमाए 3 लाख रूपए गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों से चर्चा के दौरान सोनिया साहू ने बताया कि हर हफ्ते गोबर बेच रही हूँ, पैसा एक साथ राजीव गांधी किसान न्याय योजना के साथ आता है। कोटरभाठा की पार्वती ने बताया कि हफ्ता में 50 किलो गोबर बेचती हूँ। खाते में 8 हजार रुपये आया। संस्कार सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि 3 लाख रुपये कमा चुके हैं, सब बांट लिया। मैंने इस राशि से जनरल स्टोर खोल लिया। हम लोग मशरूम का उत्पादन करना चाहते हैं। खेतों में वर्मी कम्पोस्ट डालने वाले विदेशी राम निषाद ने बताया कि वे खेत में वर्मी कम्पोस्ट डाल रहे हैं घर में सात टांके बनवाए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्मी का बढ़िया लाभ है। उन्होंने बताया कि वे 80 डिसमिल में सब्जी और 4 एकड़ में धान लगाते हैं। मुख्यमंत्री ने उन्हें जैविक खेती के लिए रजिस्ट्रेशन कराने कहा। राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना से लाभान्वित हितग्राही ओंकार प्रसाद बघेल ने बताया योजना का लाभ मिलने से बड़ी राहत मिली है। नियमित किश्त मिल रही है। हाट बाजार क्लीनिक योजना के बारे में जानकारी लेने पर मुख्यमंत्री को बच्चुराम ने बताया कि मैं भर्रेगांव का हूँ। गांव में नियमित गाड़ी आती है। वहां से दवाई ले रहा हूँ। पैसा नहीं लगता। आत्मानंद स्कूल के विद्यार्थियों ने धारा प्रवाह अंग्रेजी में दिए मुख्यमंत्री के सवालों के जवाब मुख्यमंत्री ने आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के छात्रों से छत्तीसगढ़ी में प्रश्न किए, जिनका विद्यार्थियों ने अंग्रेजी में उत्तर दिया। यशवंत जंघेल ने मुख्यमंत्री के पूछने पर अपने स्कूल के बारे में बताया। यशवंत जंघेल ने धाराप्रवाह अंग्रेजी में उत्तर देकर जनसमूह को खुश कर दिया। यशवंत ने अंग्रेजी में कहा कि इसके पहले जिस स्कूल में पढ़ते थे, वहां सालाना 20 हजार रूपए देने पड़ते थे। आत्मानंद स्कूल में एक भी पैसा नहीं लगता। मुख्यमंत्री ने कहा कि बढ़िया। पूनम साहू ने अंग्रेजी मंप उत्तर दिया कि पैंडेमिक में भी आपने स्कूल बना दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप मन सुनेव। बच्ची ह गितमीट गितमीट अंग्रेजी में तेजी ले बोलिस। कतका झन ल समझ आइस। फिर कहा कि देखिए कितना बढ़िया काम हो रहा है। हमारे बच्चों की अंग्रेजी कितनी अच्छी हो गई है।