रायपुर| मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले पहुंचे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भानुप्रतापपुर उपचुनाव में कांग्रेस की ही जीत होगी। पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने जवाब देते हुए ये बात कही। उन्होंने गुरुवार को अंबागढ़ चौकी के सर्किट हाउस में अधिकारियों की समीक्षा बैठक भी ली। आरक्षण के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान में इससे संबंधित जो भी प्रावधान हैं, वो सबको मिलेंगे। शिवनाथ नदी के संरक्षण पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा मानना है कि नदी बारहमासी हो, इसके लिए उनके पुनर्जीवन पर काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि नदी का प्रवाह बना रहना चाहिए। नरवा योजना से ये तेजी से रिचार्ज हो रहा है। ईको सिस्टम भी इससे पूरी तरह ठीक हो जाएगा। अधिकारियों की समीक्षा बैठक में सीएम के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी भी शामिल हैं। बैठक में सीएम ने हाट बाजार की जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में शुगर के मरीजों की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डायबिटीज की बीमारी के केस हाट बाजार में ज्यादा आ रहे हैं। ये लाइफ स्टाइल से जुड़ी बीमारी है। गांव में तो लोग मेहनतकश होते हैं, फिर इसके केस ज्यादा कैसे आ रहे हैं। इसके बारे में पड़ताल कीजिए। इसके अलावा उन्होंने मौसमी बीमारियों का इलाज कराने के भी निर्देश दिए। पेयजल में आर्सेनिक की समस्या को लेकर भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से चर्चा की। पानी में आयरन दूर करने के लिए मशीन लगाने की बात भी सीएम भूपेश बघेल ने की। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि सुपोषण के मामले में व्यवहार परिवर्तन बहुत जरूरी है, इसलिए काउंसिलिंग करें और आंगनबाड़ियों में सुपोषण वाटिकाएं बनाएं। बच्चों को बताएं कि यह वाटिका उनके पोषण के लिए कितनी उपयोगी है। घर में भी बच्चों को अच्छा भोजन मिले, इसके लिए परिवार जनों की काउंसलिंग करें। पोषण के लिए अंडे का उत्पादन स्थानीय समूह ही करे, इससे पोषण भी मजबूत होगा और आय भी बढ़ेगी। मानपुर एसडीएम पर नाराजगी जाहिर करते हुए उनसे पूछा गया कि कितने हॉस्टल का निरीक्षण उन्होंने किया। एसडीएम ने जब जवाब में 2 कहा, तो सीएम के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने कहा कि हॉस्टल का इश्यू तो बहुत सेंसेटिव होता है, इसकी फ्रीक्वेंसी बढ़े। डीएफओ से पूछा गया कि बुधवार को डोंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में भेंट-मुलाकात में संग्राहकों ने शिकायत की। डीएफओ ने बताया कि 2 मामलों में पूर्ण भुगतान हुआ है, इसकी जांच की गई। शेष 2 मामलों में फड़ मुंशी की गलती पाई गई। इसे गंभीर शिकायत बताते हुए कहा गया कि इसमें पावती वाला कुछ सिस्टम करें और फीडबैक लें। इससे भुगतान किसी तकनीकी कारण से नहीं आया हो, तो तुरंत पता चल जाएगा। सीएम ने कहा कि सचिव भी अलर्ट रहें। जिन हितग्राहियों को किसी कारण से डीबीटी ट्रांसफर नहीं हुआ या कम हुआ है, तो इसकी जानकारी लें और त्रुटि सुधार के लिए भेजें। इसके लिए मैकेनिज़्म बनाना होगा।