रायपुर: मीडिया में गलत बयानबाजी और बड़े नेताओं की
छवि धूमिल करने के आरोपों में पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने नेता अरुण
सिसोदिया को कारण बताओं नोटिस जारी किया था। वही इस नोटिस के जवाब में अरुण
सिसोदिया ने कांग्रेस के आलाकमान को दो पन्नों का पत्र लिखा हैं। इस पत्र में एक
तरफ जहां उन्होंने खुद के खिलाफ लगे आरोपों को निराधार बताया हैं तो दूसरी तरफ
स्लीपर सेल वाले बयान के एवज में पूर्व सीएम भूपेश बघेल क खिलाफ कार्रवाई की मांग
की हैं। उन्होंने एक बार फिर से इस पत्र में कांग्रेस नेताओं पर लगाए गए आरोपों का
जिक्र करते हुए समिति का गठन कर मामले की जांच की मांग की हैं।
अरुण सिसोदिया ने
कारण बताओ नोटिस का जवाब देते हुए साफ किया हैं कि उन्होंने जो आरोप पार्टी नेताओं
पर लगाए हैं वह सार्वजनिक नहीं किया गया था। उन्होंने इसकी जानकारी मीडिया में भी
नहीं दी थी। सिसोदिया ने भूपेश बघेल, विनोद वर्मा और टेसू सोशल मीडिया कंपनी पर गंभीर सवाल खड़े किये हैं और
पूछा हैं कि 5.89 लाख का कार्य महज 10 लाख
के एसेट वाले कंपनी को क्यों दिया गया? उन्होंने कहा कि जाँच
के लिए पिछले पांच सालो के लेनदेन का स्टेटमेंट निकाला जाना चाहिए।