रायपुर: पिछले दिनों सीजी पीएससी के मॉडल आंसर में
गड़बड़ी का मामला सामने आया था। इस मामले पर गंभीरता दिखते हुए सरकार ने परीक्षा
नियंत्रक का तबादला बस्तर कर दिया था। वही आज इस मुद्दे पर सदन में भी चर्चा हुई।
नेता प्रतिपक्ष चरण
दास महंत और कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने पीएससी परीक्षा में गलत उत्तर दिए जाने
का मामला शून्यकाल में पुरजोर तरीके से उठाया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस मामले
में परीक्षा नियंत्रक को स्थानांतरित कर दिया गया है इससे यह मामला काफी गंभीर
प्रतीत होता है। उन्होंने PSC के मामले में चल रहे सीबीआई जांच में इसे भी जोड़ने की मांग कर डाली।
उठाया बाघ का मुद्दा
प्रश्नकाल में सदन में एक बार फिर से
गोमर्डा अभयारण्य में बाघ की मौत का मामला सुनाई दिया। नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास
महंत ने इस पर सवाल उठाया। उन्होंने पूछा कि गोमर्डा अभयारण्य में बाघ की मौत कैसे
हुई? वन विभाग को मौत की जानकारी कब मिली ?
नेता विपक्ष के इस सवाल पर वनमंत्री केदार कश्यप ने
जानकारी देते हुए बताया कि विद्युत तार की चपेट में आकर बाघ की मौत हुई थी। यह तार
जंगली सुअर के शिकार के लिए बिछाया गया था। 16-18 जनवरी के बीच
बाघ की मौत हुई थी जबकि विभाग को इसकी सूचना 19 जनवरी को
मिली
गोमर्डा अभियारण में बाघ की मौत को लेकर चरणदास महंत
ने आरोप लगाया कि वन विभाग गलत जानकारी दे रहा है। ट्रेप कैमरे से लगातार बाघ की
निगरानी की गई। डॉ महंत ने कहा कि मंत्री ने इस मामले में न्यायिक जांच की बात कही
थी ये बताएं जांच में क्या हुआ है? मंत्री ने कहा कि
इस मामले में क्रिमिनल केस चल रहा है उस पर न्यायिक की जांच बात कही थी। वही बाघ
की मौत के मामले में नेता प्रतिपक्ष ने न्यायिक जांच की मांग की। कहा, जेड प्लस वाले बाघ के संबंध में भी जानकारी नहीं है। न्यायिक जांच को लेकर
गलत जानकारी दी गई हैं। मांग किया कि विधायकों की समिति से पूरे मामले की जांच
कराई जाए।